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बारिश से बिगड़ी मेले की सूरत
मेले के लिए बनाया गया गेट क्षतिग्रस्त बीहट : मंगलवार की शाम से लगातार हो रही बारिश और तेज आंधी ने सिमरिया राजकीय कल्पवास मेले की सूरत बदल कर रख दी है. इस बेमौसम प्राकृतिक आपदा से मेला को सजाने-संवारने वाले टेंट-पंडाल और बिजली ठेकेदारों को काफी क्षति पहुंची है.खास करके महाआरती परिसर में लगे […]
मेले के लिए बनाया गया गेट क्षतिग्रस्त
बीहट : मंगलवार की शाम से लगातार हो रही बारिश और तेज आंधी ने सिमरिया राजकीय कल्पवास मेले की सूरत बदल कर रख दी है. इस बेमौसम प्राकृतिक आपदा से मेला को सजाने-संवारने वाले टेंट-पंडाल और बिजली ठेकेदारों को काफी क्षति पहुंची है.खास करके महाआरती परिसर में लगे पंडाल के सजावटी कपड़े जगह-जगह से फट कर हवा में लहरा रहे हैं.
महाआरती के प्रवेश द्वार पर लगा विशाल गेट गिर गया. मेला क्षेत्र के बिल्कुल पूरब पुलिस जवानों के ठहरने के लिए बना पंडाल क्षतिग्रस्त हो गया है.तेज आंधी की वजह से पंडालों और मेला क्षेत्र में लगे ट्युब लाइट फूट गयी है. अस्थायी शौचालयों के गड्ढे पानी से भर गये. मेला क्षेत्र जाने के लिए बने रास्ते पर जलजमाव और कीचड़ युक्त हो जाने से पैदल चलना भी मुश्किल साबित हो रहा है.
रामनिहोरा खालसा के समीप रास्ते पर जलजमाव होने से पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है. कल्पवासी उन्हीं रास्तों से आने-जाने के लिए विवश हैं. हालांकि स्थानीय जिला प्रशासन के लोग सीमित संसाधनों के बावजूद अचानक आयी इस आपदा से लगातार जूझ रहे हैं.
मौके पर उपस्थित बरौनी बीडीओ ओम राजपूत तथा सीओ अजय राज ने बताया कि सक्शन मशीन द्वारा रास्तों पर जमे पानी को निकाला जा रहा है औरवहां नयी मिट्टी देकर जल्द ही चलने लायक बना दिया जायेगा. बीहट नगर परिषद के सीटी मैनेजर नागमणि सिंह,मो नदीम, धनंजय झा, मंटून पौद्दार सहित अन्य लोगों की देखरेख में कार्य को तेज गति से कराया जा रहा है.
इसके अलावा पंचायत प्रशासनिक भवन के समीप मनरेगा के पदाधिकारी संजय प्रकाश सिंह की देखरेख में जलजमाव की जगह मिट्टी भराई का काम शुरू कर दिया गया है. पुल से पश्चिम सर्वमंगला के ज्ञानमंच के ईद-गिर्द जलजमाव से कल्पवासियों को आने-जाने में कठिनाई हो रही है.खास करके जहां नयी मिट्टी डाल कर जगह को समतल बनाया गया,वहां जलजमाव होने से कीचड़युक्त फिसलन भरे रास्ते काफी दिक्कत और परेशानी पैदा कर रही है.
कुंभ सेवा समिति के सचिव रामाशीष सिंह ने बताया कि अचानक आयी आंधी-पानी से तैयारी में भारी अवरोध पैदा हो गया है. ज्ञानमंच परिसर को घेरने और कलाकृति उकेरने की फूस की टाट काफी दूर तक गिर गयी और प्रवेश द्वार के सामने भारी मात्रा में जलजमाव से रास्ता कीचड़ से भर गया है. सदर एसडीओ जनार्दन कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन इन सब कठिनाईयों को झेलते हुए मेला परिसर की व्यवस्था को दुरुस्त करने में अपनी पूरी क्षमता से लगा हुआ है.
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