बिहारशरीफ : गांव एवं टोलों में आधारभूत संरचना के विकास एवं आमजनों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा सात निश्चय के तहत कई तरह की योजनाओं को लागू किया गया है. अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को मिलजुल कर काम करने की जरूरत है. इन योजनाओं का क्रियान्वयन कराकर गांव एवं टोलों में आधारभूत संरचना का विकास करना है.
यह बातें मंगलवार को डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने हरदेव भवन में बीडीओ, मुखिया व अन्य पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कही. डीएम ने कहा कि सरकार के निर्देश एवं उनके निर्णय के अनुरूप ही सात निश्चय की योजनाओं को क्रियान्वित कराया जा रहा है. इन योजनाओं में अवरोध डालना और काम नहीं करना कहीं से भी उचित नहीं है. इससे जनता के लिये चल रही कल्याणकारी योजना में बाधा उत्पन्न होगी. उन्होंने कहा कि
स्थानीय जनप्रतिनिधियों के लिए भी एक अच्छा अवसर है, जिससे कि अपने-अपने पंचायत एवं गांवों में अच्छा काम करा सकते हैं. उपस्थित कनीय अभियंताओं से कहा कि मॉडल एस्टीमेंट के अनुरूप घर-घर नल का जल एवं पक्की नाली गली से संबंधित योजनाओं का प्राक्कलन तैयार कर पंचायतों को उपलब्ध कराएं. मॉडल एस्टीमेंट से अधिक का प्राक्कलन होता है उसे उच्च स्तर से स्वीकृति प्राप्त करा लें. उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर योजनाएं पूरी हो गयी है उसकी मापी-पुस्तिका बुक करें. भुगतान संबंधी कार्य समय से कराना सुनिश्चित करें. डीएम ने हरनौत के बीडीओ को वाराह पंचायत में खुले में शौच मुक्त अभियान शुरू करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि दो महीने के अंदर इस कार्य को पूरा कर लें. सभी मुखिया से डीएम ने कहा कि अपनी-अपनी पंचायत को मॉडल पंचायत के रूप में विकसित करें. जिला प्रशासन इस कार्य में पूरा सहायता करेगा. बिंद के ताजनीपुर, परवलपुर के चौसंडा व एकंगरसराय पंचायत सहित अन्य सात निश्चय के अंतर्गत काफी तेजी से काम हुए हैं. उन्होंने इन योजनाओं के क्रियांवयन में गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करने को कहा. अन्य पंचायतों को भी इन योजनाओं में तेजी लाने के लिए मेहनत करनी चाहिए. बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी समस्याएं रखी. जिसका जिलाधिकारी ने निराकरण किया. डीएम ने कहा कि खुले में शौचमुक्त अभियान को सफल बना कर निर्मल नालंदा का निर्माण किया जा सकता है. बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं मुखिया आदि उपस्थित थे.