मुजफ्फरपुर/सिलीगुड़ी : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) की उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय शाखा के प्रबंधक ज्ञानेंद्र सिंह ने आत्महत्या कर ली है. सोमवार को सिलीगुड़ी के एक लॉज से पुलिस ने फांसी के फंदे से लटका उनका शव बरामद किया. पोस्टमार्टम के लिए शव को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज भेजा गया.
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. पुलिस ने अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, ज्ञानेंद्र अपनी नौकरी को लेकर काफी चिंतित थे. वह बैंक की नौकरी छोड़ने के विषय में भी सोच रहे थे. लेकिन वह अचानक इस तरह का कदम उठायेंगे, किसी ने नहीं सोचा था.
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमश्निरेट के प्रधान नगर थाना इलाके की गुरुंग बस्ती स्थित एक लॉज में यह घटना घटी. सुबह दरवाजा न खुलने पर लॉज प्रबंधन ने प्रधान नगर थाने की पुलिस को फोन किया. मौके पर पहुंच कर पुलिस ने दरवाजा तोड़कर लॉज के कमरे में प्रवेश किया. पुलिस ने ज्ञानेंद्र कुमार का शव सीलिंग फैन से लटकता पाया.
ज्ञानेंद्र कुमार ने गमछे के सहारे खुद को पंखे से लटका लिया था. पुलिस ने लॉज कर्मचारी और मृतक के भाई से सामने शव को नीचे उतारा और कमरे का तलाशी ली. कमरे से पुलिस को एक मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और ट्रेन के एक टिकट के साथ कुछ कपड़े मिले हैं.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृत ज्ञानेंद्र कुमार मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के हसनपुर इलाके के निवासी थे. पिछले कुछ वर्षों से वह पड़ोसी राज्य सिक्किम के सिंगताम में स्टेट बैंक की शाखा में फील्ड अधिकारी के तौर पर नियुक्त थे. हाल ही में उन्हें शाखा प्रबंधक बनाकर उत्तर बंगाल के विश्व विद्यालय की स्टेट बैंक शाखा भेजा गया था.
मृतक के भाई धीरेंद्र सिंह ने बताया कि तबादला होने के बाद से वह काफी चिंतित रहने लगे थे. वह बैंक की नौकरी से इस्तीफा देने के लिए सोच रहे थे. उनके मुताबिक दीपावली की रात ज्ञानेंद्र कुमार ने फोन पर उनसे बात की थी. उन्हें प्रशिक्षण के लिये कोलकाता भेजा जा रहा था, जबकि वह जाने को तैयार नहीं थे. बैंक के काम को लेकर वह काफी डिप्रेशन में थे.
रात में फोन पर बात करने के बाद धीरेंद्र कुमार उनसे मुलाकात करने के लिए रवाना हुए. सुबह लॉज पहुंचकर जब उन्होंने दरवाजा खटखटाया तो किसी भी तरह की हरकत नहीं हुई. काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद उन्होंने लॉज कर्मचारियों को जानकारी दी. किसी घटना की आशंका देखकर लॉज कर्मचारियों ने पुलिस को बुलाया. पुलिस ने जब दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश किया तो ज्ञानेंद्र कुमार का शव पंखे से लटकता मिला. पुलिस कमरे से बरामद मोबाइल, लैपटॉप आदि की जांच कर रही है.
इधर स्टेट बैंक के सिलीगुड़ी क्षेत्रीय प्रबंधक एससी गुप्ता ने बताया कि कार्य को लेकर किसी भी प्रकार की परेशानी या अधिकारियों का दबाव जैसा कुछ उन्हें मालूम नहीं. मृतक ज्ञानेंद्र कुमार पहले सिंगताम में पोस्टेड थे. उन्हें पदोन्नति के साथ शाखा प्रबंधक बनाकर तबादला किया गया था. गत 24 अक्टूबर को उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की उत्तर बंगाल विश्व विद्यालय शाखा में ज्वाइन किया था. जहां तक बात है प्रशिक्षण के लिए कोलकाता भेजे जाने की, तो इसमें परेशानी की कोई बात नहीं थी.
कर्मचारी खुद प्रशक्षिण लेने जाना चाहते हैं. ट्रेनिंग लेना कर्मचारी पर निर्भर है, एक अर्जी देकर वह नहीं भी जा सकता है. इसके अतिरिक्त उन्हें इस संबंध में कुछ मालूम नहीं है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जांच में कारण सामने आयेगा. इधर ज्ञानेंद्र की मौत की सूचना मिलते ही उसके पिता समेत परिवार के सभी लोग सदमें में डूब गये है. सोमवार की देर रात तक ज्ञानेंद्र का शव उनके दाउदपुर कोठी स्थित आवास पर पहुंचने की संभावना है. मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा .
उत्तर बंगाल विवि शाखा प्रबंधक थे
सोमवार की सुबह लॉज के कमरे में लटका मिला शव
वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव को बताया जा रहा है कारण
दाउदपुर कोठी स्थित आवास पर लाया जायेगा शव
मूल रूप से समस्तीपुर जिले के हसनपुर के रहनेवाले थे