मुजफ्फरपुर: हिंदी साहित्य में उल्लेखनीय कार्य व बहुमूल्य योगदान के लिए साहित्यकार डॉ संजय पंकज को बिहारी अस्मिता सम्मान से पुरस्कृत किया जायेगा. बिहारी हेल्पलाइन व बिहारी खबर संयुक्त रूप से 31 जुलाई को पटना स्थित एसके मेमोरियल हॉल में बिहारी अस्मिता सम्मान समारोह 2014 आयोजित करने जा रहा है.
बिहारी अस्मिता सम्मान समिति के अध्यक्ष अश्विनी कुमार सिंह ने डॉ संजय पंकज को पुरस्कार लेने के लिए बुलाया है. सम्मान समारोह कार्यक्रम में ख्यातिलब्ध बिहारी व गैर बिहारी लोगों को पुरस्कृत किया जायेगा.
मौके पर संस्थान शिक्षा, समाज सेवा, कला व शिल्प, स्वास्थ्य, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, साहित्य, खेल में विशेष कार्य करने वाले हस्तियों को पुरस्कृत करेगा. डॉ संजय पंकज को पहले भी कई पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. इनमें पंडित हंस कुमार तिवारी स्मृति पुरस्कार, अर्चना साहित्य पुरस्कार व हीरोज क्लब बाल कविता पुरस्कार शामिल है. इन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी हैं. यवनिका उठने तक, मां है शब्दागीत, मंजर-मंजर आग लगी है, यहां तो सब बंजारे, सोच सकते हो, नाम की पुस्तकें महत्वपूर्ण हैं. निकट भविष्य में आलोचना, गीत कविता, यात्र वृतांत व कई कहानी संग्रह भी प्रकाशित होने वाला है. डॉ संजय पंकज को बिहारी अस्मिता सम्मान मिलने पर डॉ शिवदास पांडेय, डॉ इंदू सिन्हा, मीनाक्षी मिनल, डॉ शारदा चरण, रोटरी आम्रपाली के अध्यक्ष डॉ एनकेपी सिंह, संस्थापक अध्यक्ष डॉ राम जी प्रसाद, निदेशक एचएल गुप्ता, ब्रrाकुमारी के बी के मीना बहन, डॉ फनीशचंद्र, सीनियर सिटीजंस के महासचिव बीबी सिंह, नव संचेतन के प्रमोद आजाद, ब्रज भूषण शर्मा, सतीश कुमार, डॉ राजीव कुमार ने बधाई दी है.