मुजफ्फरपुर. तीसरी सोमवारी को सब कुछ तरीके से चल रहा था कि रात करीब पौने दो बजे आमगोला पुल पर कांवरियों की भीड़ अनियंत्रित हो गयी. भगदड़ में बैरिकेडिंग टूट गयी. कई कांवरिये गिर कर चोटिल हो गये. वही कई बेहोश हो गये. भारी भीड़ को देखते हुए मौके पर तैनात पुलिसकर्मी नदारद हो गये. एएसपी (ऑपरेशन) विमलेश चंद्र झा लगातार पुलिस वालों को वहां लौटने की अपील करते रहे. इसी बीच बेहोश हुई दो महिला कांवरिये को सदर अस्पताल लाने के लिए हरिसभा चौक पर काफी देर तक एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा.
इसके पूर्व ओरियंट क्लब के पास भी डेढ़ बजे के आसपास कांवरियों की भीड़ अनियंत्रित हो गयी. कई जगह पर बेरिकेडिंग क्षतिग्रस्त हो गयी. कल्याणी चौक के पास पुलिस के सेवा दल के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार करने पर सेवा दल ने कांवरियों को संभालने का काम छोड़ दिया. बहस के बाद सभी सेवा दल के सदस्य कल्याणी चाैक पर आकर रुक गये.
इसके बाद मंदिर के पुजारियों ने सेवा दल से काम पर लौट आने का अनुरोध किया. सेवा दल के काम छोड़ने से थोड़ी देर के लिए अफरा तफरी मच गयी. मौके पर मौजूद प्रशासन ने सेवा दल के लोगों से वापस आने की अपील की. पुलिस से बहस के बाद प्रशासन ने सेवा दल के कार्यकर्ताओं से माफी भी मांगी. लगभग पंद्रह मिनट के बाद सभी काम पर लौट गये. वहीं हरिसभा चौक पर पीने का पानी खत्म था. मंदिर के पास एक डाक बम बेहोश हो गया. हालांकि पूरी रात एसएसपी हरप्रीत कौर व सिटी एसपी यूएन वर्मा डटे रहे.करीब ढाई लाख लोगों ने जलाभिषेक किया.
56 कांवरिया चोटिल होकर पहुंचे सदर अस्पताल
सदर अस्पताल के इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर ने करीब 56 की संख्या में कांवरियों का इलाज किया. इनमें से कई कावरियों के हाथ, पांव में चोट व कटे के जख्म थे.कई कांवरियों के पाव में छाले भी थे. कांवरियों की माने तो जलाभिषेक के दौरान रास्ते पर गिरने के कारण इनके हाथ, घुटने में जख्म हुए थे. यह सभी कांवरिया बाबा गरीब नाथ धाम में जल अर्पण करने गए थे.