मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में अगले सत्र से स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम लागू हो सकता है. इसके लिए पहल शुरू हो गयी है. बुधवार को इस सिलसिले में कुलपति डॉ पंडित पलांडे ने सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की. इसमें विभागाध्यक्षों को सेमेस्टर सिस्टम के विषयों के सिलेबस तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी.
सिलेबस निर्माण के लिए विभागाध्यक्ष बाहर के दो विशेषज्ञों की मदद ले सकते हैं. यह विशेषज्ञ उन विश्वविद्यालयों से होंगे, जहां स्नातक कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम लागू है. सिलेबस एक माह के भीतर तैयार कर लेने का लक्ष्य रखा गया है.
बैठक में पीजी कोर्स के सिलेबस में बदलाव पर भी विचार किया गया. यूजीसी के नियमों के तहत प्रत्येक पांच सालों पर पीजी के सिलेबस में बदलाव जरूरी है. कुलपति ने सभी विभागाध्यक्षों को यूजीसी के गाइडलाइन के आधार पर सिलेबस तैयार करने का निर्देश दिया.
उपयोगिता प्रमाण न देने पर नाराजगी : बारहवीं पंचवर्षीय योजना के तहत विवि को यूजीसी से 3.83 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. इस राशि को खर्च कर विवि को 31 मार्च तक उपयोगिता प्रमाण पत्र यूजीसी को उपलब्ध कराना था. कुलपति के निर्देश पर इस राशि को सभी पीजी विभागों के बीच बांट दिया गया, ताकि विभागाध्यक्ष जरूरत के हिसाब से समानों की खरीद कर सके. पर समय सीमा पूरी होने के बावजूद अधिकांश विभागाध्यक्षों ने विवि को उपयोगिता उपलब्ध नहीं करायी. बैठक में कुलपति ने इस पर नाराजगी जतायी व विभागाध्यक्षों को अविलंब उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.