मुजफ्फरपुर : नये मेयर व डिप्टी मेयर ने नगर निगम का कार्यभार संभाल लिया है. विकास करना दोनों की प्राथमिकताएं हैं, लेकिन जिस तरह से राजनीतिक खींचतान में मेयर फंस गये हैं. इससे विकास पर ब्रेक लग सकता है. साेमवार की सुबह मेयर ने कार्यभार संभाला. दो दिनों का समय बीत गया है, लेकिन मेयर […]
मुजफ्फरपुर : नये मेयर व डिप्टी मेयर ने नगर निगम का कार्यभार संभाल लिया है. विकास करना दोनों की प्राथमिकताएं हैं, लेकिन जिस तरह से राजनीतिक खींचतान में मेयर फंस गये हैं. इससे विकास पर ब्रेक लग सकता है. साेमवार की सुबह मेयर ने कार्यभार संभाला. दो दिनों का समय बीत गया है, लेकिन मेयर दोबारा निगम ऑफिस नहीं पहुंचे सके हैं.
बुधवार को दिनभर इंतजार में बैठे कर्मियों को शाम तीन बजे जानकारी मिली कि मेयर स्टेशन रोड स्थित होटल से निगम के लिए कुछ ही पल में चलने वाले हैं. कार्यालय में कर्मचारी सक्रिय हो गये, लेकिन एक घंटे तक जब वे नहीं पहुंचे. मालूम चला कि आज का प्रोग्राम उनका कैंसिल हो गया है. डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला दोपहर करीब 12 बजे ऑफिस पहुंचे. शाम पांच बजे तक कार्यालय में रहे. विकास से जुड़ी शाखाओं के प्रभारी व अधिकारियों से योजनाओं की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि उनको जनता व पार्षदों ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसका निर्वहन निगम में बैठने के बाद ही होगा.
डिप्टी मेयर ने सिटी मैनेजर रविश चंद्र वर्मा से सबके लिए आवास एवं शौचालय योजनाओं की जानकारी लेने के बाद इसमें तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया. कहा कि
योजनाओं की राशि लाभुकों को देने में कमीशन की बात सामने आ रही है. अगर आगे से इस तरह की शिकायत उन्हें मिलेगी, तो संबंधित कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई होगी.
मेयर की तरह डिप्टी मेयर का भी चैंबर होगा चकाचक : मेयर के चैंबर की तरह अब डिप्टी मेयर का चैंबर भी चकाचक होगा. नगर आयुक्त ने जर्जर डिप्टी मेयर के चैंबर हो मरम्मती कर नये सिरे से बनाने का निर्देश इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को दिया है. कनीय अभियंता नंद किशोर ओझा को इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. दस दिनों में प्राथमिकता के आधार पर इस कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा आगंतुक कक्ष की भी रंगाई-पोताई कर उसे हाइटेक बनाने का निर्देश दिया है. ताकि, उसमें पार्षद आयेंगे, तो वे आराम से बैठ सकते हैं.