मुंगेर. मुंगेर के लोगों के लिए 100 बेड का मॉडल अस्पताल बिरबल की खिचड़ी साबित हो रहा है. विभाग द्वारा मॉडल अस्पताल आरंभ करने का दावा बार-बार फेल हो रहा है. पहले सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने कहा था कि सोमवार से मॉडल अस्पताल के नये भवन में इमरजेंसी वार्ड आरंभ किया जायेगा. लेकिन अब सोमवार से इमरजेंसी वार्ड वहां प्रारंभ नहीं हो पायेगा, क्योंकि नये भवन में कुछ काम अभी बांकी है.
विदित हो कि मॉडल अस्पताल निर्माण एजेंसी बीएमएसआइसीएल ने एक सप्ताह पूर्व स्वास्थ्य विभाग को भवन हैंडओवर लेने के लिए पत्र दिया था. जिसके बाद इसके जांच को लेकर सिविल सर्जन द्वारा एक कमेटी भी बनायी गयी. जिसमें टीम द्वारा 11 फरवरी को मॉडल अस्पताल का निरीक्षण किया गया और निर्णय लिया गया कि सोमवार 14 अप्रैल से इमरजेंसी वार्ड को मॉडल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जायेगा. वहीं इसके बाद ओपीडी सहित अन्य वार्डों को एक-एक कर शिफ्ट किया जायेगा. लेकिन निरीक्षण में कमियों को लेकर दिये गये निर्देश को पूरा करने के कारण इमरजेंसी वार्ड में अब आंशिक रूप से कार्य चल रहा है. जिसके कारण सोमवार को अब मॉडल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड शिफ्ट नहीं हो पायेगा.हैंडओवर का पेंच बढ़ा रहा मरीजों की परेशानी
विदित हो कि 5 फरवरी को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंगेर सदर अस्पताल में लगभग 32 करोड़ की लागत से बने 100 बेड के मॉडल अस्पताल का उद्घाटन किया था. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा वादा किया गया कि फरवरी माह के अंत तक इसे मरीजों के लिए आरंभ कर दिया जायेगा. लेकिन मार्च माह में भी इसे मरीजों के लिए शुरू नहीं किया जा सका. जिससे सदर अस्पताल के पुराने और जर्जर वार्डों में इलाजरत मरीज मॉडल अस्पताल में मिलने वाली अत्याधुनिक सुविधाओं की आस में बैठे हैं.सोमवार को डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती को लेकर अवकाश है. जबकि निरीक्षण के दौरान मिली कमियों को पूरा किया जा रहा है. जिसके कारण मॉडल अस्पताल में आंशिक रूप से कार्य चल रहा है. ऐसे में दो से तीन दिन के अंदर कार्य पूरा होने के बाद अब मॉडल अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड को शिफ्ट कर दिया जायेगा.
डॉ रमन कुमार, उपाधीक्षक, सदर अस्पतालB
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