मुंगेर. मुंगेर गंगा पुल के पश्चिम की ओर शनिवार को स्ट्रक्चरलरल इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर चेन्नई की पांच सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम ने स्पैन लोड टेस्ट लिया. इस दौरान सड़क पुल पर 49 टन लोड देकर स्पैन (पाया) की जांच की गयी. इस कारण पुल पर पूरे दिन छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही बंद रही और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही. बताया गया कि टीम एक महीने के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट तैयार करेंगी. जिसे एनएचएआइ और हाजीपुर रेल मंडल को सौंपा जायेगा.
शनिवार को सीएसआइआर-एसईआरसी चेन्नई के वैज्ञानिकों की पांच सदस्यीय टीम ने पूर्वाह्न 11 बजे से पश्चिम की ओर से पुल का स्पैन लोड टेस्ट शुरू किया. टीम में सिनियर वैज्ञानिक डॉ श्रीवासन बेंगू, डॉ सप्तऋषि सवंल, डॉ एम कुम्मु स्वामी, डॉ अरूण कुमार और दीपक कुमार थे. इस दौरान 49-49 टन भार क्षमता के 6 ट्रकों को पार करा कर स्पैन लोड टेस्टिंग किया गया. इस दौरान तरह-तरह के ऑटोमेटिक मशीन से स्पैन पर पड़ने वाले लोड को मापा गया.गंगा पुल पर वाहनों का परिचालन रहा बंद
मुंगेर गंगा पुल के स्पैन लोड टेस्टिंग के कारण शनिवार को पूरे दिन पुल होकर बड़े-छोटे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही. इस दौरान सवारी गाड़ी नहीं चलने के कारण खगड़िया से मुंगेर या मुंगेर से खगड़िया की ओर आने-जाने वाले लोग परेशान रहे. पुल पर टेस्टिंग के कारण जहां मुंगेर की ओर से खगड़िया जाने वाले वाहनों को पुल के नीचे ही एनएच पर रोक दिया गया था. वहीं खगड़िया की ओर से मुंगेर आने वाले वाहनों को टोल प्लाजा के पास ही रोक दिया गया था. हालांकि, पुल बंद रहने के कारण शनिवार को तपती धूप में कई लोग पुल पैदल की पार करते दिखे.कहते हैं सहायक अभियंता
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट इंचार्ज नीतीश कुमार ने बताया कि पुल के दोनों ओर स्पैन लोड टेस्टिंग का काम पुरा कर लिया गया है. अब रिपोर्ट मिलने के बाद उसे एनएचएआइ द्वारा हाजीपुर रेल प्रशासन के सुपुर्द किया जायेगा. इसके पूर्व 4 जून को मुंगेर गंगा पुल पर ट्रैफिक ब्लॉक लेकर मुंगेर साइड में स्पैन लोड टेस्टिंग कराया जा चुका है.—————————
ओवरलोड वाहनों के परिचालन से बढ़ रही मुश्किल
मुंगेर. रेलवे के अभियंताओं ने सड़क पुल पर ओवर लोड वाहनों के चलने से स्पैन पर मंडरा रहे खतरों से फरवरी 2023 में आगाह किया था. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर डिवीजन के एक रेलवे अभियंता ने बताया कि जब रेलवे अभियंत्रण विभाग की टीम ने फरवरी 2023 में पुल की जांच की थी तो पाया कि सड़क पुल की क्षमता मात्र 20 टन भार वाले वाहनों के परिचालन की है. इसके बाद पूर्व मध्य रेल हाजीपुर ने जिला प्रशासन को पत्र भेजा था. इसमें अनुरोध किया गया था कि पुल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस पुल पर ओवरलोड वाहन के परिचालन को रोका जाये. नहीं तो रेल पुल पर ट्रेन का परिचालन कभी भी बंद हो सकता है. कई बार पुल पर 20 टन से अधिक भार क्षमता वाले वाहनों के परिचालन को रोकने के लिए लोहे का गाटर देकर बैरियर भी लगाया था. लेकिन हर बार उसे तोड़ दिया गया है. इस जांच के पूरी हो जाने के बाद इस विवाद पर विराम लग जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है