मुंगेर. चैत नवरात्र के मौके पर शनिवार को महाअष्टमी का पर्व श्रद्धा-भाव के साथ मनाया गया. मंदिरों में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी रही. लोगों ने व्रत रखकर मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की उपासना की. वहीं पुरुष एवं महिलाओं ने माता को डलिया चढ़ाया. इधर महाअष्टमी पर प्रसिद्ध सिद्धपीठ चंडिका स्थान में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह से ही वहां मां के दर्शन व पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही.
महागौरी की उपासना अमोध और सद्य फलदायिनी
पंडित प्रमोद मिश्रा ने बताया कि महागौरी की उपासना से भक्त के सभी कल्मष धुल जाते हैं, पूर्व संचित पाप भी विनष्ट हो जाते हैं. भविष्य में पाप-संताप, दैन्य-दुख उनके पास कभी नहीं जाते. वे सभी प्रकार के पवित्र और अक्षय पुण्यों का अधिकारी हो जाता है. अष्टमी के दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए देवी मां को चुनरी भेंट करती है. देवी गौरी की पूजा का विधान भी पूर्ववत है. उन्होंने कहा कि मां महागौरी का ध्यान, स्मरण, पूजा-आराधना भक्तों के लिए कल्याणकारी है.
विभिन्न मंदिरों में पूरे दिन लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता
शनिवार को अष्टमी को लेकर शहर के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में पूरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. शहर के शक्तिपीठ चंडिका स्थान और शादीपुर बड़ी दुर्गा में जहां सुबह 5 बजे से ही श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचने लगे. वहीं शहर के शेरपुर स्थित बड़ी दुर्गा महारानी स्थान, मोगल बाजार शिवालय, मोगल बाजार नयाटोला, पूरबसराय बसंती तालाब, बिंदवाड़ा, चुआबाग, कौड़ा मैदान, रिफ्यूजी कॉलोनी, छोटी केलाबाड़ी, गुलजार पोखर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही.
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