मधुबनी.
गर्मी का कहर शुरू होते ही लोगों की दिनचर्या बदलने लगी है. मौसम के हिसाब से लोग अपने-आपको ढालने लगे हैं. लोगों की खानपान में भी बदलाव दिख रहा है. बाजार में मौसमी फलों का डिमांड काफी बढ़ गयी है. गर्मी के दस्तक के साथ ही बाजार में तरबूजा, नारियल पानी, नींबू पानी, खीरा आदि की डिमांड काफी बढ़ गई है तो शिकंजी का स्टॉल पर लोग आने लगे हैं. आइसक्रीम और शीतल पेय पदार्थों की बिक्री में भी इजाफा हुआ है. बाजार में तरबूज 25 रुपए तो खीरा 20 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है. नारियल 80 रुपए पीस व नींबू 5 से 7 रुपए पीस बिक रहे हैं.अन्य जिला से आ रहे हैं मौसमी फल
बाजार इन दिनों मौसमी फल से पटा हुआ है. कोसी क्षेत्र व हाजीपुर से तरबूज का खेप आना शुरू हो गया है. वहीं केरल और बंगाल से लायी गई नारियल पानी बाजार में बिक रहे हैं. वहीं अधिकतर खीरा स्थानीय किसानों द्वारा बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है.तले भुने व मसालेदार भोजन से परहेज जरूरी
गर्मी में अक्सर लोग पेट की बीमारी से ग्रस्त रहते हैं. जरूरी है कि ऐसी चीजों से परहेज करें. इस मौसम में पाचन सही तरीके से नहीं होने के कारण कब्ज, बदहजमी और पेट दर्द की समस्या आम हो जाती है. मूल रूप से तला भुना खाने से पेट का समस्या का सामना करना पड़ता है. उसी तरह मसालेदार भोजन की भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. गर्मी में मिर्च काली मिर्च, जीरा, दालचीनी, अदरक जैसे गर्म मसालों से बचना चाहिए.फलों का करें सेवन
गर्मी के मौसम में कई तरह के फल आते हैं. जो सेहत के लिए फायदेमंद है. तरबूज, खरबूज, नारियल पानी, खीरा का सेवन लाभकारी होता है. इस मौसम में छाछ पीना भी फायदेमंद है. इससे खाना अच्छी तरह पचता है. बेल का शरबत एसिडिटी और कब्ज में असरदार होता है. नींबू पानी में काला नमक मिलाकर पीने से पसीना के रूप में निकलने वाले नमक की मात्रा की भरपाई हो जाती है. इसके अलावे नारियल पानी भी काफी लाभदायक है. यह शरीर को ठंडा रखता है.
गर्मी में खानपान का रखें विशेष ख्याल
गर्मी के मौसम कई तरह से शरीर की ऊर्जा में कमी आती है. गर्मी के प्रभाव को कम करने में सबसे अधिक कारगर सही खानपान है. सदर अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रभात कुमार झा ने कहा कि इस मौसम में ठंडी प्रवृति वाली चीजें सेहत के लिए अच्छी होती है. शरीर को ठंडा रखने वाली चीजों को अपने भोजन में शामिल करें. ऐसे ही फल व सब्जियों का भी चयन करें. गर्मी में अधिक पसीना आने से शरीर से पानी और नमक दोनों बाहर आ जाते हैं. ऐसे में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए रोज कम से कम 10 ग्लास पानी पीना चाहिए.
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