मधुबनी. दीपावाली में घरों को रंग बिरंगे बिजली के झालरों से सजाने के लिए बाजार में बिजली के दुकानें सज गयी है. एलईडी बल्ब, रंगीन झालर की खरीददारी के लिए दूर देहात से दुकानदार जिला मुख्यालय आ रहे हैं. जिला मुख्यालय के भी लोग दीपावाली की भीड़ से बचने के लिए अभी से झालर, बल्बों की खरीददारी करना शुरू कर दिया है. थाना चौक पर बिजली की मां तारा दुकान के खुदरा एवं थोक विक्रेता अमित कुमार ने बताया कि इस वर्ष बाजार में 110 वेरायटी का झालर उपलब्ध है. कम कीमत से लेकर ऊंची कीमत ग्राहक के च्वाइस के अनुरूप उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि 10 यार्ड रोप राइट एसएमडी 200 रुपये में, फैन लैंप 8 एमएम 50 मीटर 230 रुपये में, 60 मीटर फैन लैंप 325 रुपये में, 70 मीटर फैन लैंप 398 रुपये में, पिंचू 60 मीटर 195 रुपये में, पिंचू 70 मीटर 280 रुपये में, शुगर कैन लाइट 90 मीटर 310 मीटर, टेंपल लाइट मल्टी 50 मीटर 175 रुपये में, टेंपल लाइट मल्टी 60 मीटर 205 रुपये में, 70 मीटर टेंपल लाइट 245 रुपये, 50 मीटर पिक्सल 150 रुपये में, 60 मीटर 170 रुपये में, डोर लक्ष्मी गणेश लटकन 460 रुपये में, डबल लक्ष्मी गणेश लटकन 350 रुपये में, 50 मीटर मल्टी एसएमडी 900 रुपये,28 दीप 190 रुपये में, 14 दीप 110 रुपये में, 21 दीप 150 रुपये में, 7 दीप 70 रुपये में, लाइट शिवलिंग 200 रुपये में, लाइटिंग गणेश लक्ष्मी मूर्ति 150 रुपये में 36 पार लाइट 350 रुपये में, लाइट दिया 450 रुपये में, पानी दिया10 रुपये सहित रंग बिरंगे एलईडी लाइट की भी मांग अधिक है. उन्होंने कहा कि ऑन लाइन मार्केटिंग के कारण बाजार पर असर हुआ है. फिर भी त्योहारों के मौसम में ग्रामीण क्षेत्र के दुकानदार खरीददारी के लिए जिला मुख्यालय आने लगे है. बिजली झालर का बाजार दीपावाली से छठ त्योहार तक जारी रहता है. पूरे जिले में लगभग एक हजार दुकानों में मिलता है झालर दीवाली में रंगीन झालरों की बिक्री देहातों में भी होने लगी है. कम पूंजी लागकर लोग बिजली के झालरों को पंचायत स्तर से लेकर कस्बों तक में दुकानें खुल जाती है. एक अनुमान के अनुसार जिला भर में छोटे बड़े लगभग एक हजार दुकान है. जिला मुख्यालय में ही 195 दुकानों में बिजली के झालर व वल्व उपलब्ध है. लगभग 20 करोड़ का होगा कारोबार दशहरा से लेकर छठ त्योहार तक रंगीन झालरों की बिक्री होती है. एक अनुमान के अनुसार जिले में रंगीन झालरों का बाजार सीजनल है. फिर भी यहां लगभग 20 करोड़ का कारोबार होता है. अमित कुमार ने कहा कि कारोबार का आकलन करना तो मुश्किल है पर एक अनुमान के अनुसार पूरे जिले में कम से कम 20 करोड़ का कारोबार होगा.
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