बिस्फी.
प्रखंड क्षेत्र के किसानों को अब आधार कार्ड की तरह यूनिक फाॅर्मर आइडी दिए जाएंगे. इसके जरिए खेती से जुड़ी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को मिलेगा. केंद्र और राज्य सरकार की ओर से यह पहचान पत्र तैयार किया जा रहा है. इसमें किसान की जमीन, फसल, पशु और खेती से जुड़ी पूरी जानकारी दर्ज होगी. फाॅर्मर आइडी बनने के बाद किसानों को बार-बार केवाईसी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. प्रखंड क्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह योजना शुरू हो रही है. पहले चरण में प्रखंड क्षेत्र के जफरा पंचायत एवं परसौनी दक्षिणी पंचायत को शामिल किया जाएगा. एग्री स्टैक योजना के तहत किसानों के एकीकृत डाटाबेस तैयार किए जाएंगे. इसके लिए किसानों का पंजीकरण होगा. उन्हें 11 अंकों की यूनिक आईडी दी जाएगी. इस आईडी से किसान को सारी जानकारी एक क्लिक में मिल जाएगी. किसके पास कितनी जमीन है. अब तक कितनी सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है. यह सब रिकॉर्ड में रहेगा. इससे लगभग एक लाख से अधिक किसानों लाभान्वित होंगे. वीएओ मो. नौशाद अहमद एवं नोडल पदाधिकारी जुबैर अहमद ने बताया कि इस योजना का मकसद किसानों को सस्ता ऋण, कृषि इनपुट स्थानीय सलाह, और बाजार तक पहुंच की सुविधा देनी है. इससे खेतों में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ेगा. योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाएगा. आईडी बनाने के लिए किसानों का आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाइल नंबर और जमाबंदी को अद्यतन रसीद देनी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

