झंझारपुर. झंझारपुर अधिवक्ता संघ न्यायिक कार्यों में पूरी तरह परिपक्व हैं. यहां के कुछ ऐसे भी अधिवक्ता हैं जिनसे बेहतर न्याय करने में हम सभी न्यायविदों को भी सीख मिलती रही हैं. यह बातें झंझारपुर व्यवहार न्यायालय से तबादला हो चुके न्यायिक पदाधिकारियों की विदाई समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंचीं जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी ने कही. उन्होंने कहा कि आपके बीच से हस्तांतरित हो चुके न्यायविदों को आप सभी लोगों का जिस तरह सहयोग मिलता रहा है. वह अविस्मरणीय है. विदाई समारोह की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष परशुराम मिश्र ने की. संचालन संघ के महासचिव अरविंद कुमार वर्मा ने किया. समारोह में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी के साथ ही तबादला होने वाले न्यायिक पदाधिकारियों में एडीजे- 2 राघवेंद्र सिंह परमार, एडीजे- 3 घनश्याम सिंह, एडीजे- 4 प्रकाश कुमार सिंहा, एसीजेएम-1 सुशांत कुमार, एसीजेएम-3 रोहन रंजन एवं एसडीजेएम रूबी कुमारी को पाग, दोपटा एवं माला पहना कर स्वागत किया गया. इनके अलावा विदाई समारोह में पहुंचे विशिष्ट अतिथियों में एडीजे-1 पाठक आलोक कौशिक, मुंशिफ अंकित आनंद एवं न्यायिक पदाधिकारी एस रहमान को भी माला पहनाकर स्वागत किया गया. समारोह को संबोधित करते हुए एडीजे-1 पाठक आलोक कौशिक ने कहा कि नौकरी में हस्तांतरण एक आम प्रक्रिया है. लेकिन न्यायिक कार्य के निष्पादन में झंझारपुर अधिवक्ता संघ का सहयोग न्यायविदों को हमेशा याद रहेगा. आप सभी न्यायाधीश जिनका तबादला हो चुका है यही कामना है कि आप सभी अपने जीवन में हमेशा उत्तरोत्तर क्षितिज की ओर कदम बढ़ाते रहें. विदाई समारोह में शामिल न्यायविदों ने बारी-बारी से कहा कि यहां का अधिवक्ता संघ का सहयोग और प्यार हमेशा न्यायिक कार्यों में उन्हें मिलता रहा है. समय कैसे कटा पता नहीं चला. बैद्यनाथ यादव, इंद्रकांत प्रसाद, विपिन कुमार झा, धीरेंद्र मिश्रा, देवचंद झा, बलराम साहू, रमेश चंद्र ठाकुर आदि ने भी अपना उद्गार व्यक्त किया. कार्यक्रम में देवशंकर झा, सुनीता कुमारी, शालू कुमारी, शुभा कुमारी, ऋतु कुमारी, अशोक कुमार सिंह, हरेराम राय, हरिमोहन दास, मिथिलेश कुमार आदि शामिल थे.
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