मधुबनी : भूमि विवाद पर लगाम लगाने के उद्देश्य से जमीन रजिस्ट्री की व्यवस्था में बदलाव को लेकर पिछले दिनों निबंधन कार्यालय पर अचानक भीड़ बढ़ गई थी. हालांकि जानकारी के अनुसार जमीन रजिस्ट्री में कोई नया बदलाव नहीं हुआ है. ऐसी आशंका थी कि दो अक्तूबर के बाद से वे ही जमीन बेच सकते हैं जिनके नाम से दाखिल खारीज होगा. इससे एक दिन में सौ से अधिक दस्तावेजों की रजिस्ट्री हो रही थी.
जमीन रजिस्ट्री में आया उछाल
जमीन रजिस्ट्री में बदलाव का आशंका को लेकर निबंधन कार्यालय पर भीड़ बढ गई. जहां अगस्त माह में जहां कुल 724 दस्तावेजों का निबंधन किया गया. जिससे विभाग को 2 करोड़ 47 लाख 77 हजार 953 रुपये की राजस्व प्राप्त हुई. वहीं सितंबर माह निबंधित दस्तावेजों की संख्या 999 हो गयी. जिससे विभाग को तीन करोड़ 46 लाख 44 हजार 440 रुपये की राजस्व प्राप्त हुई.
मात्र जमीन रजिस्ट्री के नियम के बदलाव पर विभाग को जहां बिते माह से 1 करोड़ रुपये राजस्व की बढोतरी हुई. वहीं अभी भी निबंधन कार्यालय में भीड़ में बढोतरी हो रही है. जिला अवर निबंधन पदाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि विभाग द्वारा जमीन रजिस्ट्री में बदलाव को लेकर कोई आदेश नहीं आया है. इसलिए पुरानी परंपरा पर ही जमीन की रजिस्ट्री हो रही है. साथ ही कहा कि आदेश आने के बाद ही बदलाव किया जायेगा.