मधेपुरा : दीपावली में महज सात दिन शेष है़ लेकिन शहर की हालत नारकीय है. सड़ांध मारते कूड़ेदान, यत्र तत्र बिखरा कचरा इस शहर की बदहाल स्थिति को बयां कर रहा है नगर परिषद के तमाम दावे हवा-हवाई रहे है़ं कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा एसपी को पत्र लिख कर सुरक्षा मांग गयी है़ इन सब के बीच अब वार्ड पार्षद गोलबंद हो रहे है़ं
उन्होंने कहा हर राजनीति से परे हट कर पहले शहर की सफाई जरूरी है़ इस बाबत बैठक कर वार्ड पार्षदों ने फैसला किया वे जन-सहयोग से सफाई करेंगे़ वहीं उन्होंने स्थानीय सफाई कर्मियों से भी अपील की शहर उनका भी है़ शहरवासियों को दुखी और नाराज करना ठीक नही़ं वहीं शहर के दुकानदार एवं आम नागरिक भी नप के अस्थायी सफाई कर्मी द्वारा लगातार पर्व के समय इस तरह के आंदोलन से नाराज हो उठे है़ं
अपने वार्ड में फैल रहे असंतोष से परेशान
वार्ड पार्षद अपने वार्ड में फैल रहे असंतोष से परेशान है़ं नगर के सभी वार्ड के लोग कहीं-न-कहीं सफाई के विगत 20 दिन से बाधित रहने की वजह से असंतुष्ट है़ं वार्ड वासी कहने लगे थे वार्ड पार्षद मुखर होकर इस समस्या का समाधान नहीं कर रहे है़ं वैसे लोगों का यह भी मानना है कि एनजीओ के तहत होने वाली सफाई व्यवस्था ज्यादा जिम्मेदार और जवाबदेह होगी़ लोगों का कहना है नप के अंतर्गत ये अस्थायी सफाई कर्मी केवल हाजरी बनाने का काम करते थे़
जन दवाब तथा अपने-अपने वार्ड की जनता द्वारा लगातार कहे जाने के बाद वार्ड पार्षद मुकेश कुमार मुन्ना, मुकेश कुमार, ध्यानी यादव, दिनेश ऋषिदेव, दुखा महतो, रविशंकर यादव, वनिता देवी, कमला देवी, रतन देवी, राहेला कौसर समेत पार्षद प्रतिनिधि मो इसरार अहमद, सदानंद पासवान, विलास पासवान, प्रकाश कुमार ने आपस में बैठक कर तय किया कि अब भरोसे बैठना गलत होगा, वार्ड वासियों एवं नगरवासियों के सहयोग से ही सफाई अभियान प्रारंभ कराया जाय़ इस मौके पर ध्यानी यादव ने कहा वे तो अपने वार्ड में एक बार सफाई अभियान चला भी चुके है़ं