किशनगंज : पूर्णत: शराब बंदी अभियान को पंचायत चुनाव के दौरान प्रभावी ढंग से लागू कर दें तो चुनाव में होने वाली विधि व्यवस्था की आधी समस्या खत्म हो जायेगी. पंचायत चुनाव के मद्देनजर विधि व्यवस्था संधारण के लिए बुधवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने उक्त बातें कही.
उन्होंने निर्देश दिया कि बीडीओ, सीओ एवं थानाध्यक्ष आपसी समन्वय स्थापित कर अपने क्षेत्र में पूर्ण शराब बंदी लागू करना सुनिश्चित करें. शराब बंदी पर विस्तृत चर्चा करते हुए डीएम ने कहा कि जो व्यक्ति शराब के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है वो इतनी आसानी से इस धंधे को नहीं छोड़ेगा. शराब बंदी लागू होने के बाद पुराने शराब व्यवसायियों पर पैनी निगाह बनाये रखने के निर्देश दिये. डीएम ने पंचायत चुनाव के संदर्भ कहा कि किसी मामले का वारंटी भी नामांकन कर सकता है.
परंतु नामांकन के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया जाना है. बैठक में मौजूद एसपी राजीव रंजन ने पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि नामांकन स्थल पर तैनात पदाधिकारी वारंटियों एवं नीलाम पत्र वाद के वारंटियों की सूची रखेंगे और यदि कोई वारंटी नामांकन करता है तो उसे अविलंब गिरफ्तार कर लेंगे. बैठक में डीएम ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मतदान दल एवं गश्ती दल संबंधी प्रतिवेदन तैयार कर अविलंब प्रस्तुत करें.
इसके अलावा पंचायत चुनाव में किस प्रकार के कितनी संख्या में बल की आवश्यकता होगी इसका प्रतिवेदन तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये. बैठक में एडीएम रामजी साह, एएसपी अनिल कुमार, एसडीपीओ कामिनी बाला, एसडीओ मो शफीक, पंचायत राज पदाधिकारी सत्य नारायण मंडल, डीआरडीए निदेशक भरत भूषण, वरीय उप समाहर्ता संजय कुमार, नप कार्य पालक पदाधिकारी विनोद कुमार के अलावे सभी बीडीओ, सीओ, सर्किल इंस्पेक्टर व थानाध्यक्ष मौजूद थे.