खगड़िया. दीपावली का त्योहार शांतिपूर्ण और उल्लासपूर्ण तरीके से मनाया गया. शहर और गांव को दीयों और रोशनी से रोशन किया गया. लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा में घरों और दुकानों को सजाया. रात के समय पटाखों व आतिशबाजी से आसमान रंगीन हो गया. पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. अगलगी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए दमकल वाहनों की तैनाती की गयी थी. सोमवार शाम से ही पटाखे जलाने व फोड़ने, फुलझड़ी जलाने और परिवार के साथ खुशियां मनाने का सिलसिला जारी रहा. शाम होते ही हर घर पर इलेक्ट्रिक झालर और दीप जल उठे. पटाखों के शोर के बीच दुधिया और रंग-बिरंगी रोशनी से पूरा शहर और गांव जगमगा उठा. घरों में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की गयी. लोगों ने घर व दुकान में पूजा अर्चना के बाद प्रसाद का वितरण किया. एक-दूसरे के घर जाकर और फोन के माध्यम से दीपावली पर्व की बधाई देने का सिलसिला देते रहे. फेसबुक और व्हाट्सएप पर भी लोगों ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं. विभिन्न रंगों और डिजाइनों के कृत्रिम फूल, लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियां, पूजा के सामान, दीपक और मोमबत्तियां घरों में सजाई गयी.
दीपावली को लेकर शहर व ग्रामीण इलाकों में रही चहल-पहल
दीपावली त्योहार को लेकर शहर में देर शाम तक काफी चहल-पहल देखी गयी. सूर्यास्त होते ही लोग अपने घरों में दीए जलाना शुरू कर दिए. इसके बाद मोमबत्तियों एवं इलेक्ट्रॉनिक्स दीपों से अपने घरों को आकर्षक ढंग से सजाया. इस दौरान घरों सहित व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, मंदिरों, शैक्षणिक संस्थानों समेत अन्य जगहों पर दीए जलाए गए. शहर से लेकर गांव तक हर घर-आंगन में दीपों की पंक्तियां सजी, जिससे पूरा इलाका आलोकित हो उठा. दीपावली को लेकर सोमवार को गोगरी शहर के बाजारों में जबरदस्त चहल-पहल रही. मिठाई, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, फूल-माला, पूजन सामग्री, सजावटी वस्तुएं, मिट्टी के दीये, घरौंदा और रंग-बिरंगी इलेक्ट्रिक लाइट्स की खरीदारी को लेकर लोगों की भीड़ उमड़ी रही. खासकर जमालपुर मार्केट सहित प्रमुख चौक-चौराहों पर दिनभर मेले जैसा माहौल बन गया. दीपावली के अवसर पर होने वाले लक्ष्मी व काली पूजा को लेकर लोगों ने श्रद्धा व भक्ति के साथ गणेश, लक्ष्मी व मां काली की पूजा-अर्चना की. लोगों ने जहां इस अवसर पर अपने घर, दुकानों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की, वहीं विभिन्न काली मंदिरों में विधि विधान के साथ मां काली की प्रतिमा स्थापित की गयी. लोगों ने हुक्का पाती खेलने के साथ ही जमकर पटाखे छोड़े व आतिशबाजी की. देर रात तक वातावरण पटाखों से गुंजायमान रहा. इस अवसर पर लोगों में काफी उत्साह दिखा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

