कटिहार : इन दिनों गैस की कालाबाजारी पूरे जिले में धड़ल्ले से चालू है. वहीं अगर शहर की बात करें तो इन गैस कालाबाजारियों का सेफ जोन एफसीआइ का इलाका बनता जा रहा है. सूत्रों के अनुसार इस इलाके से काला बाजारी करने वाले लोग शहर के विभिन्न होटल, रेस्तरां, एनजीओ व दुकानों में रसोई गैस की सप्लाई तो करते ही हैं.
वहीं जिले के अन्य इलाकों से गैस की मांग होने पर उन्हें भी गैस की आपूर्ति करते हैं. ताज्जुब की बात यह है कि जो गैस को अवैध रूप से बेचा जाता है, उसका वैध कागजात (कनेक्शन) उनके पास रहता है. अगर कागजात की जांच समेत पूरे जिले में जिला प्रशासन द्वारा नकेल कसने के लिए अभियान चलाया जाय तो कई राज उजागर होंगे.
वहीं आम लोगों तक सही रूप से गैस पहुंच पायेगा और काला बाजारियों में भय भी उत्पन्न होगा. -गैस रिफिलिंग का धंधा भी जोरों परशहर समेत पूरे जिले में जहां एक ओर घरेलू गैस का कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है. वहीं इन घरेलू गैस से गैस रिफिलिंग का धंधा भी अपने परवान पर है.
पांच किलो वाले छोटे सिलिंडर में अनाप-सनाप रुपये लेकर उसमें रिफिलिंग किया जाता है और यह धंधा करने वाले लोग दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की भी कर रहे हैं. शहर के अधिकतर इलाके में छोटी-मोटी दुकान खोल कर रिफिलिंग का धंधा कर लोग रातों रात लखपती बन रहे हैं.
इन जगहों पर होता है रिफिलिंग का धंधावैसे तो जिले में हर जगह रिफिलिंग का धंधा चल रहा है, लेकिन शहर के बस स्टैंड स्थित कर्पूरी मार्केट का इलाका गैस रिफिलिंग के लिए पूरे जिले में मशहूर है. वहीं न्यू मार्केट, दुर्गास्थान, दौलतराम चौक, महमूद चौक, शिवमंदिर चौक, विनोदपुर, मिरचाईबाड़ी में यह धंधा जोरों पर है.
पूर्व सदर एसडीओ डॉ विनोद कुमार ने गैस के काला कारोबारियों पर तत्कालीन सदर बीडीओ मधु कुमारी को आदेश देकर अभियान चलाया था. इसके बाद इन काला बाजारियों में हड़कंप मच गया था. कुछ महीनों तक यह धंधा बंद रहा. फिर पुन: चालू हो गया है.