भभुआ ग्रामीण. शहर स्थित पटेल चौक पर स्थापित लौह पुरुष सरदार पटेल के प्रतिमा स्थल पर पटेल समाज के लोगाें ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनायी. आचार संहिता को देखते हुए कोई कार्यक्रम नहीं किया गया. जयंती के दौरान पटेल चौक स्थित पटेल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर देश के लिए किये गये उनके कार्यों को याद किया गया. सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक है. वहीं, वक्ताओं द्वारा बताया गया कि सरदार पटेल ने हमेशा देश की एकता और किसानों के हक की लड़ाई लड़ी, उन्हें महात्मा गांधी ने लौह पुरुष की उपाधि दी थी, क्योंकि उन्होंने अनेक रियासतों को एकजुट कर एक राष्ट्र का निर्माण कर पूरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया. लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 550 से अधिक रियासतों को एक साथ मिलाकर एक समृद्ध राष्ट्र की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, जो स्वतंत्र भारत की पहली बड़ी उपलब्धि थी. माल्यार्पण के दौरान दाऊ सिंह पटेल, सत्य प्रकाश सिंह, मुन्ना सिंह, बिरजू पटेल, धनंजय सिंह, रामजी सिंह, मनसा सिंह व सुरेंद्र त्यागी सहित अन्य कई गणमान्य लोेगों ने उनके पदचिह्नों पर चलने व देश के विकास के लिए अपने योगदान का संकल्प लिया.
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