मगरमच्छ को वाहन से करमचट डैम ले जाकर छोड़ गया
रामगढ़, प्रतिनिधि.बुधवार को थाना क्षेत्र के डहरक गांव के पश्चिम दिशा में स्थित चक्कूपुर गांव के बधार में उस समय अफरा-तफरी मच गयी. जब ग्रामीणों ने खेत की ओर जाते हुए एक तालाब में मगरमच्छ को तैरते देखा. शुरुआत में ग्रामीणों को विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जैसे ही उन्होंने तालाब के किनारे जाकर देखा, तो पानी में मछलियों की जगह एक बड़ा मगरमच्छ तैरता नजर आया. यह दृश्य देखते ही ग्रामीणों के बीच दहशत फैल गया. किसी अनहोनी की आशंका से लोगों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी. जिसकी सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम वन क्षेत्र पदाधिकारी संतोष चौधरी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची. टीम के साथ वन परिसर पदाधिकारी राकेश कुमार, वनरक्षी रामेश्वर रविदास और मनीष कुमार व अन्य लोग मौजूद थे. अधिकारियों ने पहले पूरे इलाके की घेराबंदी की, ताकि मगरमच्छ तालाब से बाहर न निकल सके. इसके बाद रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया जो करीब एक घंटे तक चला. वन विभाग की टीम ने पूरी सावधानी के साथ मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश करती रही, काफी प्रयास के बाद मगरमच्छ को जाल की मदद से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. मिली जानकारी के अनुसार रेस्क्यू करने के बाद वन अधिकारियों ने मगरमच्छ को वाहन से करमचट डैम ले जाकर प्राकृतिक वातावरण में छोड़ दिया.
ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
इस संबंध में जानकारी देते हुए वन प्रमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर टीम ने तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि डहरक गांव के समीप दुर्गावती नदी बहती है. हाल ही में नदी में पानी का स्तर बढ़ने के कारण संभव है कि वही मगरमच्छ बहकर तालाब में आ गया हो, रेस्क्यू के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने भी विभाग की टीम का सहयोग किया. इधर, इस घटना की खबर पूरे क्षेत्र में फैल गयी और मौके पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच, सभी तालाब के किनारे से रेस्क्यू अभियान को आखिर तक देखते रहे. वन विभाग की टीम के सफल प्रयास के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और वन विभाग की सराहना की है.
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