Bihar News: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को अंबेडकर की मूर्ति के पास प्रशासन की ओर से प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली है. इन्हें प्रशासन ने रोक दिया है. मंगलवार की सुबह 11:30 बजे हाईकोर्ट स्थित अंबेडकर की मूर्ति के सामने मौन सत्याग्रह की घोषणा की गई थी. लेकिन, यहां उन्हें प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई. प्रशासन की ओर से इन्हें रोक दिया गया. गेट बंद हो जाने के कारण मांझी अंबेडकर की मूर्ति के सामने प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. इस दौरान मांझी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी मौजूद थे. अंबेडकर की मूर्ति के सामने प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने पर मांझी ने घोषणा की है कि छठ पूजा के बाद वह दिल्ली जाएंगे और राजघाट पर प्रदर्शन करेंगे.
पूर्व सीएम का मौन प्रदर्शन स्थगित
पटना में पूर्व सीएम का मौन धरना स्थगित हो गया है. आपको बता दें कि बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के भीतर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व सीएम पर जमकर बरसे थे. आरक्षण विधेयक पर चर्चा हो रही थी. इस चर्चा के दौरान सीएम ने जीतन राम मांझी पर हमला बोला था और कहा था कि जीतन राम मांझी गवर्नर बनना चाह रहे हैं. वहीं, इस बात पर पूर्व सीएम मांझी ने कहा था कि उन्होंने पहले ही कह दिया था कि वह गवर्नर नहीं बनना चाहते हैं. वह इस राह पर नहीं जाएंगे. पब्लिक के बीच में ही रहकर वह काम करेंगे.
प्रशासन ने धरना की नहीं दी अनुमति
पूर्व सीएम ने यह भी कहा था कि जब हम राज्यपाल नहीं बने तो दो जगहों पर अलग राज्यपाल बनाए गए थे. जीतन राम मांझी ने मीडिया को साफ किया था कि वह राज्यपाल बनने का सपने में भी नहीं सोच सकते थे. मांझी ने आगे कहा था कि वह चाहे वह एमपी- एमएलए रहें या नहीं रहें लेकिन लोगों के बीच में ही रहेंगे. वहीं, मंगलवार को जीतन राम मांझी पटना में मौन प्रदर्शन करने जा रहे थे. लेकिन, इन्हें प्रशासन की ओर से रोक दिया गया और प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई.