सोनो . चरकापत्थर थाना के नक्सल कांड संख्या 108/16 का आरोपित नक्सली तेतरिया गांव निवासी बुधन सोरेन (51) अंततः सुरक्षा बलों व पुलिस के हत्थे चढ़ गया. गुप्त सूचना पर हुई इस कार्रवाई में बुधन तब दबोचा गया जब वह घर से थोड़ी दूर गांव के कुछ लोगों के साथ पार्टी में मशगुल था. वह करमा पूजा में शामिल होने गांव आया हुआ था. पुलिस व एसएसबी को बुधन की तलाश बीते नौ वर्षों से थी. दरअसल, 2016 के 31 जुलाई को चरैया से नैनी पत्थर रोड के निर्माण के दौरान 20-25 हथियार बंद नक्सलियों ने निर्माण कार्य में लगे जेसीबी व ट्रैक्टर में आग लगाकर दहशत पैदा करते हुए सड़क निर्माण कार्य को बाधित कर दिया था. बुधन भी उन नक्सलियों के बीच था. उक्त घटना को लेकर चरकापत्थर थाना में नक्सल कांड संख्या 108/16 दर्ज किया गया था. तभी से पुलिस इसकी तलाश में थी, लेकिन बुधन कभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया. क्षेत्र में जब लगातार शीर्ष नक्सली गिरफ्तार होने लगे या मारे जाने लगे और संगठन की पकड़ क्षेत्र में कमजोर हो गयी तब वह भी इस क्षेत्र को छोड़कर बाहर भाग गया था. कुछ दिन पूर्व ही चरकापत्थर पुलिस और एसएसबी के खुफिया तंत्र को जानकारी मिली थी कि बुधन इस बार के करमा पूजा में घर आने वाला है. उक्त सूचना को जमुई पुलिस अधीक्षक व 16वीं वाहिनी एसएसबी कमांडेंट अनिल कुमार पठानिया को दी गयी. इसके उपरांत दोनों वरीय पदाधिकारियों ने झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार, सी समवाय के कम्पनी कमांडर राजीव नयन कुमार व चरकापत्थर थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह को कार्रवाई का निर्देश दिया. एसडीपीओ व कंपनी कमांडर ने एसएसबी व चरकापत्थर पुलिस की एक संयुक्त टीम गठित कर तेतरिया के लिए निकल पड़े. लगभग दो दर्जन एसएसबी जवानों व डेढ़ दर्जन पुलिस बल की टीम ने गांव की घेराबंदी कर जब सर्च करना शुरू किया तब घर से थोड़ी दूर ही पार्टी करते बुधन दिख गया. जवानों ने बड़ी आसानी से उसे गिरफ्तार कर लिया. बताया जाता है कि बुधन नक्सली जोनल कमांडर चिराग का काफी विश्वसनीय था. चिराग जब जीवित था, तब बुद्धन उसके हथियारबंद दस्ते का सदस्य हुआ करता था.
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