जमुई . बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के जिला अध्यक्ष डीसी रजक ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) सीमा कुमारी की कार्यशैली पर गहरी नाराज़गी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों से जुड़ी कई जरूरी फाइलें महीनों से लंबित हैं, जिससे शिक्षकों में गहरा आक्रोश है. श्री रजक ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिनमें चिकित्सा अवकाश, अर्जित अवकाश, मातृत्व अवकाश, महंगाई भत्ता के भुगतान, सेवानिवृत्त शिक्षकों के सेवांत लाभ तथा वेतन भुगतान से संबंधित मामलों में लापरवाही बरती जा रही है. चकाई प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय छाता के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि उन्होंने 90 दिनों के चिकित्सा अवकाश के लिए सात माह पूर्व आवेदन दिया था, लेकिन अब तक स्वीकृति आदेश नहीं मिला है, जिससे उन्हें इलाज और पारिवारिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इसी तरह बसबूटिया के शिक्षक कृष्णनंदन आर्य, आदर्श मध्य विद्यालय चकाई के जीत राम हांसदा, नावाडीह की सुषमा कुमारी, घाघरा के सेवानिवृत्त शिक्षक उपेंद्र पासवान, चंद्रमंडीह सहित दर्जनों शिक्षकों ने महासंघ को लिखित आवेदन देकर बताया कि वे वर्षों से बकाया एरियर के लिए कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. वहीं म्युचुअल स्थानांतरण, साक्षमता उत्तीर्ण शिक्षक एवं नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों के वेतन भुगतान में भी अनावश्यक देरी की जा रही है, जिससे शिक्षक मानसिक तनाव में हैं. जिलाध्यक्ष डीसी रजक ने कहा कि यदि स्थापना शाखा की कार्यप्रणाली में शीघ्र सुधार नहीं हुआ और शिक्षकों की समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं किया गया, तो महासंघ गोपगुट आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए बाध्य होगा.
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