चकाई. रेफरल अस्पताल चकाई में महिला स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान से जुड़े मामले ने ज़ोर पकड़ लिया है. स्वास्थ्य प्रबंधक कंचन मिश्रा के खिलाफ उठे विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच समिति का गठन कर दिया है. बुधवार को असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमृत किशोर जिला स्तरीय टीम के साथ चकाई रेफरल अस्पताल पहुंचे और प्रबंधक पर लगे आरोपों की जांच शुरू की. वहीं इस मौके पर दोनों पक्षों से बातचीत की. मौके पर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) के जिलाध्यक्ष डीसी रजक, जिला परिषद सदस्या श्रीमती सलोनी मुर्मू, और प्रखंड प्रमुख भी मौजूद रहीं. जांच के दौरान स्वास्थ्य प्रबंधक कंचन मिश्रा ने कर्मचारियों के बीच हाथ जोड़कर क्षमा मांगी, लेकिन आक्रोशित महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने माफी ठुकराते हुए कहा कि दोषी को हर हाल में दंडित और स्थानांतरित किया जाए. महासंघ के जिलाध्यक्ष डीसी रजक ने कहा कि विजयादशमी का दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और अब समय आ गया है कि दोषियों पर कार्रवाई हो. वहीं, महासंघ ने चेतावनी दी कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन का रुख अपनाया जायेगा. जिला परिषद सदस्या सलोनी मुर्मू ने भी नारी शक्ति का हवाला देते हुए असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी से कड़े शब्दों में कहा कि जब तक दोषी स्वास्थ्य प्रबंधक को अस्पताल से नहीं हटाया जाता, महिला कर्मियों का आक्रोश शांत नहीं होगा. आक्रोशित माहौल को देखते हुए विभागीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जांच चल रही है दोष सिद्ध होने पर स्वास्थ्य प्रबंधक पर आवश्यक कार्रवाई होगी.
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