Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की समाधान यात्रा अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. सीएम सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं. बीते 11 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के क्रम में जमुई जिला पहुंचे थे. जहां उन्होंने इंदपै पंचायत के मरकट्टा गांव में अमृत सरोवर का उद्घाटन किया था. लेकिन मुख्यमंत्री के जाते ही अमृत सरोवर में बच्चों से भरी एक नाव पलट गई और यह सब जिला प्रशासन के सामने ही हुआ.
20 से भी अधिक बच्चे तालाब में गिरे
हादसा इतना बड़ा था कि नाव में सवार 20 से भी अधिक बच्चे तालाब में गिर गए. हालांकि गनीमत यह रही कि नाव किनारे से काफी दूर नहीं गई थी, जिस कारण सभी बच्चे तैरकर सुरक्षित बाहर निकल गए. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामला 11 फरवरी का ही है, जब दोपहर बाद 3:30 बजे के करीब मुख्यमंत्री का काफिला मरकट्टा से निकलकर जमुई समाहरणालय पहुंचा. सीएम के जाते ही वहां मौजूद पदाधिकारी भी एक-एक कर खिसकने लगे.
मुख्यमंत्री के आगमन पर लगाया गया था बोट
बता दें कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर अमृत सरोवर में प्रदर्शनी के लिए बोट लगाई गई थी. लेकिन उसकी सुरक्षा का कोई भी इंतजाम नहीं किया गया था. नतीजतन वहां मौजूद बच्चों की भीड़ बोट में चढ़ने लगी तथा एक के बाद एक 20 से भी अधिक बच्चे उस छोटी सी नाव में चढ़ गए.
बोट पलटते ही कूदे बच्चे
बच्चों के चढ़ने के तुरंत बाद ही बोट का संतुलन बिगड़ गया और वह पानी में पलट गया. जिसके बाद सभी बच्चे पानी में गिर गए. वहीं बड़े हादसे की आशंका को लेकर कई लोग बच्चों की तरफ दौड़कर आते भी वीडियो में दिख रहे हैं.
उठ रहे सवाल
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद सोशल मीडिया पर यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ है. कई तरह के सवाल भी ये घटना पैदा कर रही है. आखिर अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता तब इसका जिम्मेवार कौन होता. आखिर इस तरह बोट को क्यों वहां लावारिश छोड़ा गया.
बोले डीडीसी
वहीं डीडीसी शशि शेखर चौधरी ने इसे छोटी घटना करार दे दिया. उन्होंने कहा कि जानकारी ऐसी मिली है और कुछ बच्चे बोटिंग करने लगे और बोट पलट गयी. कोई बड़ी घटना ये नहीं थी लेकिन आगे से इसे लेकर ख्याल रखा जाएगा. एक कर्मी की तैनाती रहेगी व क्षमता के अनुसार ही लोग बोट में सवार किए जाएंगे.
(जमुई से गुलशन कश्यप की रिपोर्ट)
Posted By: Thakur Shaktilochan