हाजीपुर. रविवार की अहले सुबह से हो रही लगातार झमाझम बारिश से शहर की स्थिति बदहाल हो गयी है. शहर की प्रमुख सड़कें झील में तब्दील हो गयी है. राजेंद्र चौक से गांधी चौक व अस्पताल रोड से थाना चौक के बीच की सड़कों पर घुटने भर पानी लग गया. वहीं, राजेंद्र चौक से अनवरपुर चौक के बीच घुटने भर जमे पानी ने नगर परिषद की जलनिकासी के दावों की पोल खोल कर रख दिया है. राजेंद्र चौक से गांधी चौक व गांधी चौक से थाना चौक के बीच घुटने भर पानी जमा होने से वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
इस दौरान बाइक सवार की भी बाइक घुटना भर पानी में फंस जा रही है. गांधी चौक से थाना चौक के बीच जमा घुटने पर पानी में कुछ बाइक सवार को बाइक से गिर कर जख्मी भी हो गए. वहीं दूसरी ओर अस्पताल रोड, सिनेमा रोड, राजेंद्र चौक, यादव चौक समेत कई जगहों पर नालों का गंदा पानी दुकानों में घुस जाने से दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ा. सुबह से हो लगातार बारिश के के कारण लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. लोग अपने-अपने घरों में दुबके रहने को मजबूर है. राजेंद्र चौक से सिनेमा रोड व गांधी चौक से थाना चौक के बीच घुटने भर पानी जमा होने से वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को आवागमन में काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है.प्रधान डाकघर, रजिस्ट्री आफिस, कचहरी परिसर समेत शहर के अन्य सड़कों और मोहल्लों में जमा घुटने भर पानी से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है,वहीं दूसरी ओर शहर में जल जमाव के बाद नगर परिषद द्वारा बारिश से पहले किए गए दावे धरातल पर खोखले साबित होते दिख रहा है.
नाला सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
स्थानीय लोगो ने बताया कि नगर परिषद नाला सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की है, जिसके कारण शहरवासियों को जल जमाव की समस्या से जूझना पड़ता है. सबसे बुरा हाल राजेंद्र चौक से सिनेमा रोड, गांधी चौक से थाना चौक के बीच का है. वहीं, निचले इलाकों में तो हाल और भी बुरा है. लोगो ने बताया कि शहर के अधिकांश सड़क के किनारे बने नालों पर दुकानदारों का कब्जा जाम लिया है, नालों पर ही दुकान सजा कर दुकानदारी करते है. अतिक्रमण व नालों की नियमित सफाई नहीं होने से जल जमाव की समस्या पैदा होती है. नालों की सफाई नहीं होने के कारण बारिश में नालों का दुर्गंधयुक्त पानी सड़क कई दिनों तक जाम रहता है जिससे होकर लोगों गुजरना पड़ता है. जिस तरह के हालात हैं, अगर बारिश लगातार हुई तो शहर के अधिकतर इलाकों में लोगों को नारकीय जीवन जीने को विवश होना पड़ेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

