बोधगया. विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर स्थित साधना उद्यान क्षेत्र में एक म्यूजियम बना कर खुदाई से प्राप्त मूर्तियों को रखा जायेगा. ये मूर्तियां महाबोधि मंदिर परिसर के साथ ही आसपास में खुदाई के दौरान प्राप्त हुईं हैं व उन्हें यूं ही किसी सुरक्षित कमरे में रखी गयी है. लेकिन, प्रबंधन की सोच है कि खुदाई से प्राप्त प्राचीन व दुर्लभ मूर्तियों व अन्य को एक संग्रहालय में सुरक्षित रखा जाये व देश-दुनिया से महाबोधि मंदिर का दर्शन-पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के समक्ष उन्हें प्रदर्शित किया जाये. यह भी उद्देश्य है कि म्यूजियम में रखे जाने के बाद मूर्तियों को सुरक्षित समझा जा सकेगा. मंगलवार को बीटीएमसी की बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि आगामी बुद्ध जयंती समारोह तक मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसर में वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी पर रोक लगा दी जाये. उल्लेखनीय है कि मंदिर परिसर में मोबाइल के साथ प्रवेश पर पहले से ही रोक लगी हुई है व अब बीटीएमसी द्वारा पहले से तय शुल्क का भुगतान करने के बाद कैमरे के माध्यम से वीडियो व फोटोग्राफी करने की सुविधा को भी फिलहाल बंद कर दी गयी है. सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है. इस संबंध में डीएम सह बीटीएमसी के पदेन अध्यक्ष डॉ त्यागराजन ने बताया कि बीटीएमसी की त्रैमासिक बैठक में मुख्य रूप से साधना उद्यान में एक म्यूजियम का निर्माण कर खुदाई से प्राप्त मूर्तियों व अन्य को संरक्षित किये जाने का निर्णय किया गया है. उन्होंने बताया कि बुद्ध जयंती समारोह तक महाबोधि मंदिर परिसर में किसी भी कैमरे से वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी पर रोक लगा दी गयी है. बैठक में मंदिर परिसर की सुरक्षा व विकास पर भी चर्चा की गयी. बैठक में बीटीएमसी की सचिव डॉ महाश्वेता महारथी व अन्य सदस्य शामिल हुए.
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