गया. चार माह काम कराने के बाद सिर्फ चार हजार रुपये ही दिये गये हैं. आगे पैसा मांगने पर तरह-तरह का बयान दिया जाता है. कोई साफ तौर कुछ भी नहीं बताता है. महिलाओं के उन्नति के लिए जीविका को सरकार ने आगे बढ़ाया है. अब वहां ही पैसा नहीं दिया जा रहा है. उक्त बातें शहर के अस्पतालों से डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंची जीविका दीदियों ने कही. उन्होंने कहा कि काम पर रखते वक्त तरह-तरह की प्रक्रिया अपनायी गयी. बहुत सारे सुविधा की बात बतायी गयी. माह के छह हजार रुपये ही देने को कहा गया है. अब यह पैसा भी समय पर नहीं मिल रहा है. यहां ज्वाइन करने से पहले सोची थी कि श्रम विभाग की ओर से तय मेहनताना यहां जरूर मिलेगा. लेकिन, यहां ऐसा कुछ नहीं दिखता है. होली पर पैसा मांगने पर ऑफिस से कहा जाता है कि कटोरा लेकर रोड पर भीख मांग लो. पैसा विभाग से नहीं मिला है. किसी तरह महिलाओं को समझाकर काम पर भेजा गया. इधर, एएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने बताया कि उनके पास सफाई कर्मियों के काम नहीं करने की सूचना जीविका की ओर से नहीं दी गयी है. अब तक अस्पताल में सब कुछ ठीक-ठाक है.
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