बोधगया (गया) : बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने सोमवार को कालचक्र मैदान में हजारों बौद्ध लामाओं, भिक्षुओं व विभिन्न देशों के अनुयायियों को मानवता का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि श्रद्धा चाहे किसी भी धर्म के प्रति रखें, पर हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए. चाहे जिस भी धर्म में आपकी श्रद्धा हो, उसका मन से पालन करना चाहिए. बौद्ध धर्मगुरु ने कहा कि सभी धर्मों में प्रेम, मैत्री व करुणा का भाव समाहित है.
उन्होंने अपनी टीचिंग में कहा कि संयोग से यह देखा जा रहा है कि धर्म के नाम पर लोगों में मार-काट मची है. यह मानवता के लिए ठीक नहीं है. सभी धर्मों में प्रेम का सार बताते हुए उन्होंने कहा कि प्राचीन नालंदा परंपरा को देखें, तो अहिंसा ही सर्वोपरि था. कहा कि मानव सेवा क्रिश्चियन धर्म में भी है. उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में अहिंसा समाहित है.