डुमरांव. अनुमंडल क्षेत्र में अभी तक 76 प्रतिशत धान की रोपनी हो चुकी है, शेष जगहों पर अब भी रोपनी का काम चल रहा है. किसानों का कहना है कि इस बार मौसम में आये बदलाव ने किसानों के साथ खूब लुकाछिपी खेल. आसमान में बादल छा रहे थे और झमाझम बारिश का आसार बनकर रह जा रहा था. इसके बाद कहीं छिटपुट बारिश, तो कहीं हल्की बारिश होकर रह जा रही थी. लेकिन पांच-छह दिनों से अच्छी बारिश होने से किसानों को खेती में कुछ राहत मिली. जो किसान रोहिणी नक्षत्र में खेतों में बीज डाले थे, वे भी पानी के अभाव में बीज बचाने में जुटे हुए थे. बारिश और पानी की समस्या से किसान हताश और परेशान थे. जो रोहिणी नक्षत्र के बिचड़े की रोपनी कर चुके थे, वे सिंचाई को लेकर चिंतित थे. लेकिन गत छह दिनों में जो बारिश हुई, उससे किसानों को राहत मिली. किसानों ने बताया कि अभी बारिश के पानी से धान रोपनी होने में काफी राहत मिली है. वहीं जो किसान अभी तक धान की रोपनी नहीं कर पाये थे, वे भी रोपनी के काम में जुटे गये हैं. लोगों ने बताया कि बारिश का साथ इसी तरह से मिलता रहा, तो बेहतर खेती होगी. इस बाबत सहायक तकनीकी प्रबंधक विवेकानंद उपाध्याय ने बताया कि इस माह 6 अगस्त तक डुमरांव में कुल 86.6 मिली मीटर बारिश हुई.
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