बक्सर. बक्सर नगर परिषद ने इटाढ़ी रोड में खतिबा के पास कचरा निस्तारण केंद्र बनाया है. मगर 10 दिनों से शहर का कचरा डंपिंग जोन नहीं पहुंच पा रहा है.
वहां जाने का रास्ता बंद रहने से नगर परिषद के कर्मी शहर की सड़कों के किनारे खाली जमीन देख कचरा डंप कर रहे हैं. नतीजा कचरे से निकल रही दुर्गंध से आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. लोगों का कहना है कि पिछले 10 दिनों से इटाढ़ी मार्ग पर सड़क किनारे कचरा फेंक दिये जाने के कारण आसपास के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इससे लोग आक्रोशित हैं. स्थानीय लोग कचरा फेंके जाने को लेकर आंदोलन करने के मूड में हैं. इटाढी रोड निवासी ललन चौबे का कहना है कि पहले लोग टहलने के लिए इस मुख्य मार्ग का इस्तेमाल करते थे. सुबह की साफ हवा हर किसी के लिए दवा के समान थी. किंतु, पिछले 10 दिनों से प्रशासन ने रास्ते के किनारे कचरे का अंबार लगा दिया है, जिसमें से 24 घंटे निकल रही प्लास्टिक की जहरीली धुआं दम घोंट रही है. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता, उमाशंकर पांडे कहते हैं कि कई बार प्रशासन के संज्ञान में इस विषय को लाया जा चुका है, किंतु कोई उपाय होता नजर नहीं आ रहा है. वहीं, बसंत चौबे ने कहा कि नगर परिषद बक्सर में सफाई के बड़े-बड़े स्लोगन लगा देने से अगर सफाई हो जाये, तो क्या कहना. कचरा निस्तारण को लेकर प्रशासन और नगर निगम का रवैया देखकर लगता है कि सफाई स्लोगन राम भरोसे है. हालांकि शहर में भी जगह-जगह डंप किये गये कचरे के ढेर में आग लगा दी जाती है, जिससे हवा प्रदूषित हो रही है और सांस लेने में परेशानी होती है. वहीं, बक्सर शहर देश भर में स्वच्छता रैंकिंग में काफी पीछे छूट गया है, जिसके कारण बक्सर को स्वच्छ रखने की पहल पर फिर एक बार सवाल खड़ा हो गया है. शहर में जगह-जगह लगे कचरे के ढेर से संक्रमण का खतरा बना है. शहर के कचरा प्वाइंट से उठ रही दुर्गंध के कारण आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है.क्या कहते हैं जिम्मेदार
10 दिन पहले कचरा निस्तारण केंद्र जाने के लिए रास्ते को लेकर दिक्कत थी. मगर वहां जाने के लिए पक्का रास्ता का निर्माण करा दिया गया है़ कचरे का निस्तारण इधर-उधर कहीं किया जा रहा है, तो लोगों की सहमति से किया जा रहा होगा.
रवि कुमार सिंह, प्रभारी इओ, नगर परिषद, बक्सरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

