डुमरांव : गंगा व धर्मावती के जल स्तर में कमी आने के बावजूद पानी अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदियों के उफान थमने के बाद भी सिमरी व चक्की प्रखंड के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिरे है.
बाढ़पीड़ित अब गांव से पलायन कर रहे है. सिमरी के दादा बाबा डेरा, श्रीकांत राय डेरा, रामदास डेरा, नगपुरा, दुल्लहपुर, सिघनपुरा, डुमरी एवं चक्की के भरियार, चंदा, बिंद टोली, पेड़ा डेरा आदि गांव पानी से पूरी तरह घिरे हुए हैं.
इन गांवों में आवागमन पूरी तरह ठप है. गांवों के पीड़ित ग्रामीण नाव के सहारे अपने रिश्तेदारों व अन्य सुरक्षित जगहों पर पलायन कर रहे हैं. ऐसे में लोगों की जिंदगी भगवान भरोसे है. बाढ़पीड़ितों की भूख व बीमारी के कारण जिंदगी दांव पर लगी है.जिला जदयू अतिपिछड़ा के अध्यक्ष अशोक प्रजापति ने बताया कि पीड़ितों की जान–माल की सुरक्षा के लिए उपलब्ध करायी गयी नावें अपार्यप्त है.
प्रशासन राहत के नाम पर भेदभाव की प्रक्रिया अपना रही है, जिससे विवश होकर ग्रामीण पलायल कर रहे हैं. राजद के जिला प्रवक्ता सोनू सिंह का कहना है कि चक्की प्रखंड के कई गांवों के लोग बुखार, चर्म रोग एवं अन्य बीमारियों की चपेट में हैं, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा जीवन रक्षक दवाईयों का वितरण नहीं किया गया.