राजगीर. राजगीर में इन दिनों जहां चुनावी हलचल पूरे जोरों पर है, वहीं मौसम ने भी करवट बदल ली है. बुधवार को पूरे दिन आसमान बादलों से ढका रहा. सूरज की एक झलक भी देखने को नहीं मिली. शाम होते-होते रिमझिम फुहारों ने पूरे शहर को भिगो दिया. हल्की-हल्की बारिश ने वातावरण को तो ठंडा कर दिया, पर इसके साथ ही आम जनजीवन और चुनावी गतिविधियों पर इसका असर भी साफ दिखाई दिया. बारिश के कारण सड़कों पर जगह-जगह कीचड़ जम गया. गलियों में चलना-फिरना मुश्किल हो गया. फुटपाथों पर बैठे छोटे दुकानदारों की दिनभर की कमाई पर भी इसका असर पड़ा. बारिश शुरू होते ही दुकानदारों ने अपने सामान को बचाने की जद्दोजहद शुरू कर दी. ग्राहकों के कम आने से शाम की बिक्री लगभग ठप पड़ गई. दूसरी ओर बारिश ने चुनावी प्रचार में जुटे प्रत्याशियों और समर्थकों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दी. जिन इलाकों में जनसंपर्क अभियान तय था, वहां भीगते रास्तों और गीली गलियों के कारण प्रचार कार्यक्रम प्रभावित हुआ. कई जगहों पर नुक्कड़ सभाएं रद्द करनी पड़ी. बावजूद इसके, कुछ उत्साही समर्थक छाता और रेनकोट लेकर सड़कों पर डटे रहे और मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश करते दिखे. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मौसम की यह ठंडक चुनावी जोश को थोड़ी राहत देगी, पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए यह चुनौती भी बन सकती है. चुनावी सरगर्मी और बदलते मौसम का यह संगम राजगीर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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