राजगीर. पर्यटन शहर राजगीर के विश्व शांति स्तूप की 56वीं वर्षगांठ शनिवार को मनाई जायेगी. समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. कार्यक्रम में जापान सहित विभिन्न देशों से आए बौद्ध भिक्षु, धर्माचार्य और अनुयायी भी भाग लेंगे. विश्व शांति स्तूप भारत-जापान की मैत्री का प्रतीक माना जाता है. कार्यक्रम में शामिल होने वाले देशी-विदेशी अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए आकाशीय रज्जुपथ (रोपवे) के परिचालन को आम आवाम व सैलानियों के लिए दोपहर अथवा कार्यक्रम संपन्न होने तक अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया है. निगम के प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि समारोह की अवधि के दौरान रोपवे केवल बौद्ध भिक्षुओं, विदेशी मेहमानों एवं वर्षगांठ समारोह के आमंत्रितों के उपयोग के लिए आरक्षित रहेगा. उन्होंने बताया कि समारोह समाप्त होने के बाद रोपवे का परिचालन पुनः आम पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों के लिए शुरू कर दिया जाएगा. इस दौरान पुलिस प्रशासन, पर्यटन विभाग और स्थानीय अधिकारियों की टीम द्वारा सुरक्षा, पार्किंग और मार्ग व्यवस्था की विशेष व्यवस्था की गयी है. शांति स्तूप परिसर और गृद्धकूट पहाड़ी क्षेत्र में पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि यह ऐतिहासिक अवसर शांतिपूर्ण और गरिमामय माहौल में संपन्न हो सके.
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