शेखपुरा.
थाने के मालखाना में पुलिस द्वारा जब्त शराब कथित रूप से चूहा द्वारा पी जाने का मामला सामने आया है. इसे लेकर उत्पाद मामलों के विशेष न्यायाधीश राकेश कुमार रजक ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. उन्होंने इस संबंध में पत्र लिखकर जिलाधिकारी से इस पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया है. आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र की एक प्रति एसपी को भी भेजा है. इस संबंध में प्राप्त जानकारी बताया गया कि उत्पाद मामलों के एक सुनवाई के दौरान बरबीघा थाना द्वारा 40 मामलों की सूची न्यायालय में प्रस्तुत की गयी थी. सूची में न्यायालय कार्य के लिए सुरक्षित जब्त शराब के नमूने को चूहों द्वारा नष्ट कर देने की जानकारी वर्णित की गयी थी. शराब नष्ट होने के मामले में बरबीघा थाना द्वारा थाना पंजी में इसे लेकर सनहा दर्ज किया गया था. न्यायालय ने इस प्रतिवेदन को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया. इस तरह के पुलिसिया कार्रवाई को उन्होंने विधि विरुद्ध करार दिया. उन्होंने इस मामले में मालखाना में रखे शराब को बिना न्यायालय या किसी सक्षम अधिकारियों के अनुमति के बिना नष्ट कर देने के मामले पर गहरी आपत्ति जतायी. इसे पुलिस की मनमानी मानते हुए कागजी खानापूर्ति कर पुलिस को अपनी गलती छिपाने की आशंका जताया. इस पूरे मामले में किसी बड़े गड़बड़ी की आशंका को लेकर उन्होंने पूरे मामले की जांच करने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया. अब यह पूरा मामला जिला प्रशासन के पल्ले में चला गया है. जहां जांच के बाद बरबीघा थाने के अतिरिक्त अन्य पुलिस थाना से भी चूहा द्वारा शराब पीने के मामले की जांच और उस पर दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की संभावना बढ़ गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

