थरथरी. विशेष सघन मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को पूरी तरह वापस लेने, गरीबों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश पर रोक लगाने और मताधिकार बचाओ, लोकतंत्र बचाओ जन अभियान एवं ट्रेड यूनियनों द्वारा घोषित देशव्यापी आम हड़ताल के समर्थन में थरथरी प्रखंड के भतहर गांव स्थित सामुदायिक भवन में महागठबंधन की ओर से बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष बुंदेला प्रसाद यादव ने की़ कार्यक्रम में 9 जुलाई को आम हड़ताल एवं विरोध मार्च आयोजित करने की रणनीति पर चर्चा हुई. बैठक को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष मुनीलाल यादव ने कहा कि आगामी दो माह में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है, और ऐसे समय में चुनाव आयोग द्वारा विशेष सघन मतदाता पुनरीक्षण की घोषणा न्यायसंगत प्रतीत नहीं होती. उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया के तहत आधार कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस को अमान्य घोषित कर दिया गया है, जिससे लाखों गरीब और मजदूर मतदाता मताधिकार से वंचित हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि नए नियमों के अनुसार, 1987 से 2004 के बीच जन्मे नागरिकों को स्वयं की पहचान के साथ-साथ माता या पिता में से किसी एक की नागरिकता का प्रमाण देना अनिवार्य किया गया है। यह स्पष्ट रूप से नागरिकता छीनने और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है. मुनीलाल यादव ने यह भी सवाल उठाया कि यदि 2024 में लोकसभा चुनाव उसी मतदाता सूची से कराए गए जिसे अब फर्जी बताया जा रहा है, तो क्या देश के सभी सांसद फर्जी चुने गए हैं? उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि 2024 की मतदाता सूची के आधार पर ही बिहार में विधानसभा चुनाव कराए जाएं और विशेष सघन मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को तत्काल वापस लिया जाए. इस अवसर पर राजद के युवा नेता अमरजीत कुमार उर्फ संजय कुमार अकेला, राजीव कुमार, मुन्ना यादव, भागीरथ प्रसाद यादव, रवि कुमार, बिजेंद्र यादव समेत दर्जनों कार्यकर्ता एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे.
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