बिहारशरीफ. झारखंड राज्य में लगातार हो रही अत्यधिक वर्षा के कारण नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इसी क्रम में उदेरा बराज से लगभग 73 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना के बाद नालंदा जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने सभी अंचलाधिकारियों को अपने-अपने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में निरीक्षण करने, मेगाफोन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने तथा रात्रि में फ्लड लाइट व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. इसी निर्देश के तहत शुक्रवार को हरनौत प्रखंड के अंचलाधिकारी सोनू कुमार ने अपने क्षेत्र के विभिन्न नदी व पुल स्थलों का निरीक्षण किया. अंचलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सबरनाहुआ नदी, गोनावा पंचायत,पोआरी पंचायत एवं पंचानवे नदी के तटबंधों एवं पुलों की स्थिति का भौतिक अवलोकन किया गया.निरीक्षण में यह सुनिश्चित किया गया कि कहीं कोई तटबंध कमजोर तो नहीं हो गया है और पानी के दबाव से किसी प्रकार की क्षति की आशंका तो नहीं है. सीओ सोनू कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सभी संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है.आपदा राहत सामग्री, फ्लड लाइट, जागरूकता प्रचार तथा रात में निगरानी टीमों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है. प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें. साथ ही नदी किनारे बच्चों और मवेशियों को न ले जाने की सलाह भी दी गई है.
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