बिहारशरीफ. शुक्रवार को बच्चेदानी के ऑपरेशन के दौरान एक शिक्षिका की मौत हो गयी. मृतका की पहचान नूरसराय थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव निवासी सुनील कुमार की 45 वर्षीय पत्नी मधु वर्मा के रूप में की गई है. मधु वर्मा नूरसराय प्रखंड के नेसरा मिडिल स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत थीं. परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह मधु वर्मा को बच्चेदानी के ऑपरेशन के लिए बिहारशरीफ के लहेरी थाना क्षेत्र स्थित माता कुंती देवी मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. पति सुनील कुमार का कहना है कि ऑपरेशन से पहले सभी जरूरी जांचें पूरी कर ली गयी थी और डॉक्टर ने आश्वासन दिया था कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है तथा तीन-चार दिनों में मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौट आएंगी. लेकिन परिजनों के अनुसार, ऑपरेशन शुरू होने से पहले ही एनेस्थीसिया देने के दौरान अचानक महिला की हालत बिगड़ गई. डॉक्टरों ने तत्काल परिवार को सूचना दी और कहा कि मरीज की स्थिति गंभीर है, इसलिए उसे हायर सेंटर ले जाना होगा. इसके बाद महिला को दीपनगर थाना क्षेत्र स्थित नोबेल हॉस्पिटल रेफर किया गया. नोबेल हॉस्पिटल में करीब तीन घंटे तक इलाज चला, लेकिन डॉक्टरों की टीम मधु वर्मा को बचा नहीं सकी. परिजनों का आरोप है कि असल में ऑपरेशन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही महिला की मौत हो गई थी. यदि समय पर सही इलाज या विशेषज्ञ देखरेख की जाती तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. परिवार ने इसे स्पष्ट रूप से डॉक्टरों की लापरवाही बताया है. इस बीच, जब मीडिया ने दोनों अस्पतालों माता कुंती देवी मेमोरियल हॉस्पिटल और नोबेल हॉस्पिटल के चिकित्सकों से पक्ष जानने की कोशिश की, तो किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया. दीपनगर थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि महिला की मौत इलाज के क्रम में हुई है. आवेदन मिलने पर पुलिस विधिक कार्रवाई करेगी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा. मृतका के परिवारजन और ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषी डॉक्टरों पर कठोर कार्रवाई हो तथा पीड़ित परिवार को न्याय मिले.
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