बिहारशरीफ. जिले में रविवार की शाम आई हल्की बारिश ने भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भी खींच दीं. रविवार को दोपहर तक तापमान 41.19 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, लेकिन शाम तीन से चार बजे के बीच तेज हवा के साथ हुई बूंदाबांदी से तापमान घटकर 35.10 डिग्री सेल्सियस हो गया. इससे आम लोगों ने गर्मी से राहत की सांस ली. सुबह से ही आसमान में तेज धूप और गर्म हवाएं चल रही थीं. लेकिन तीन बजे के बाद आसमान में अचानक काले बादल छा गए और देखते ही देखते जिले के कई इलाकों में हल्की बारिश शुरू हो गई. जहां एक ओर यह मौसम परिवर्तन आम लोगों के लिए सुकून लेकर आया, वहीं किसानों की चिंता बढ़ा दी है. वर्तमान में ””””””””””””””””नौतपा”””””””””””””””” नक्षत्र चल रहा है, जिसे गर्मी का सबसे तीव्र समय माना जाता है. बुजुर्ग किसानों का मानना है कि नौतपा जितना अधिक तपेगा, खरीफ की फसल के दौरान उतनी अच्छी बारिश होगी. कृषि वैज्ञानिकों की भी यही राय है कि ज्येष्ठ-वैशाख के दौरान अगर जमीन अच्छी तरह तपती है तो उसमें नमी और उर्वरक क्षमता बढ़ती है, जिससे धान की पैदावार में लगभग 50 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है. इसलिए इस समय में हुई बारिश को खरीफ फसल के लिए अनुकूल नहीं माना जा रहा है. हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक से दो सप्ताह के भीतर मानसून के आगमन की संभावना है, जिससे खेती की मुख्य गतिविधियां गति पकड़ सकती हैं. फिलहाल रविवार की बूंदाबांदी ने गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन किसानों को अच्छी फसल के लिए अब भी मौसम पर टकटकी लगाए बैठना होगा.
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