बिहारशरीफ. बंगाल की खाड़ी में उठा मोंथा चक्रवात शुक्रवार को जिले में अपना उग्र रूप दिखाया. जिले में गुरुवार की रात्रि से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश शुरू हो गई थी, जो शुक्रवार की सुबह और तेज हो गई. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वैसे-वैसे बारिश की रफ्तार भी बढ़ती गई. शुक्रवार को जिले में लगभग 25.7 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है. दिनोंभर सूर्य देव का दर्शन नहीं हुआ है. इससे खेतों में खड़ी धान के फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ गई है. यदि रात्रि में हवा की रफ्तार तेज होती है तो इससे तैयार फसल के गिरने की संभावना बढ़ गई है. इससे धान के फसल को भारी क्षति हो सकती है. इस संबंध में किसानों का कहना है खेतों में धान की फसल तैयार खड़ी है. यदि वर्षा के साथ-साथ तेज हवाएं चलती है तो धान के पौधे खेतों में गिर जाएंगे. जिससे धान के बीजों के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है. इससे उपज दर के साथ-साथ धान के मूल्य में भी गिरावट आ जाएगी. इस वर्ष मौसम अनुकूल रहने के कारण किसानों को धान की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद थी. यदि मौसम में जल्दी सुधार नहीं होता है तो किसानों को भारी क्षति हो सकती है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अभी अगले दो दिनों तक जिले के मौसम में कोई विशेष सुधार होने की उम्मीद नहीं है. हालांकि यदि इस बीच तेज हवा और बारिश जारी रहती है तो किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है. अभी और वारिश होने की संभावना से जिले के किसानों में मायूसी देखी जा रही है. रहुई प्रखंड के किसान राजेन्द्र प्रसाद ने इस संबंध में बताया कि खेतों में धान की फसल बिल्कुल तैयार है. अब जल्दी ही इसकी कटाई शुरू होने वाली थी. यदि मौसम में जल्दी सुधार नहीं हुआ तो किसानों को काफी क्षति हो सकती है.
मंगलवार से ही हुआ है मौसम में बदलाव:-
तिथि ——- अधिकतम तापमान—— न्यूनतम तापमान
25 अक्टूबर——- 33.6 ———25.1
26 अक्टूबर——–33.8——— 25.6
27 अक्टूबर——- 33.2 ———- 25.9
28 अक्टूबर ———- 31.7 ———- 26.2
29 अक्टूबर——— 28.9 ——— 22.4
30 अक्टूबर——– 27.0 ———— 21.6
31 अक्टूबर——– 24.0 ———— 21.0
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