पटना. परिवहन विभाग की ऑडिट रिपोर्ट के बाद यह बात सामने आयी है कि राज्य भर में पुल-पुलियों के कारण भी सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिसके बाद 3300 से अधिक पुल-पुलिया चिह्नित किया गया है, ताकि इसकी मरम्मत प्राथमिकता के तौर पर की जा सकें. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य विभाग और एनएचएआइ ने इस पर काम शुरू कर दिया है.
पिछले माह रोड सेफ्टी की हुई समीक्षा बैठक में सड़क दुर्घटना के कारणों पर मंथन हुआ. इसमें परिवहन, स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा, गृह सहित अन्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए थे, जिसमें पाया गया कि अन्य कारणों के साथ ही पुल-पुलियों के कारण भी सड़क दुर्घटनाएं हो रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक एनएचएआइ के अधीन राज्य में दो दर्जन पुलों को चिह्नित किया गया है, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाएं हो रही है.
इन पुलों की परत को ठीक करने के साथ ही जरूरत के अनुसार अन्य तकनीकी कार्य भी किये जा रहे हैं ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके.वहीं पथ निर्माण विभाग के अधीन राज्य में ऐसे 2941 पुल-पुलिया चिह्नित किया गया है.
विभाग इन पुल-पुलियों की खराबी को दुरुस्त करने में जुट गया है, जबकि ग्रामीण कार्य विभाग के अधीन ऐसे 350 पुल-पुलिया चिह्नित की गयी है. ग्रामीण कार्य विभाग अपने अधीन पुल-पुलियों को दुरुस्त करने में जुट गया है.
अधिकारियों के अनुसार पुल – पुलियों और एप्रोच रोड के जुड़ाव स्थल पर खामियां उजागर हो रही है.पुल और एप्रोच रोड के बीच अधिक अंतर आने के कारण चालक अक्सर गलती कर जाते हैं. इस अंतर को पाटा जा रहा है.
पुल के परत में भी कई स्थानों पर गड़बड़ी देखने को मिली है जिसे दुरुस्त किया जा रहा है. छोटे पुलों से सटे एप्रोच रोड का तीखा मोड़ भी दुर्घटना में सहायक साबित हो रहा है.ऐसे स्थानों पर सड़कों की चौड़ाई बढ़ायी जा रही है.
Posted by Ashish Jha