नवगछिया: परदेस से कमा कर नवगछिया लौटने वाले कई लोग अपने साथ खुशियों के बदले एड्स की सौगात भी ला रहे हैं. यह सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है. यही नहीं यहां आ कर कुछ परदेसी भी एड्स जैसी घातक बीमारी बांट रहे हैं. इस कारण नवगछिया में एड्स रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दूसरी तरफ एड्स को लेकर लोगों में जानकारी का घोर अभाव है.
एड्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी ज्यादा सजग नहीं है. नवगछिया में एचआइवी जांच के लिए सिर्फ एक केंद्र है. पहले नवगछिया में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति नाम की एक संस्था काम कर रही थी, लेकिन चार वर्षो से इस संस्था का अस्तित्व यहां खत्म हो चुका है. पिछले दिनों नवगछिया के एड्स रोगियों के बारे में अध्ययन करने पर पता चला कि यहां के अशिक्षित लोग कमाने बाहर जाते हैं और वहां से एचआइवी संक्रमित हो कर लौटते हैं, या फिर यहां आने वाले ट्रक चालक, लीची व केला व्यवसायी अपने साथ लाये एचआइवी संक्रमण दूसरों को दे जाते हैं.
पहले पता चले तो कई उपाय
नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक डॉ सुधांशु कुमार का कहना है कि एचआइवी संक्रमित व्यक्ति एड्स का रोगी नहीं होता है. इस कारण एचआइवी के संक्रमण का पता यदि समय पर चल जाये, तो इनसान सावधानियां बरतते हुए सामान्य तौर पर पूरी जिंदगी जी सकता है. डॉ कुमार ने कहा कि एचआइवी संक्रमित व्यक्ति की धीरे-धीरे रोग से लड़ने की क्षमता समाप्त हो जाती है. उन्होंने कहा कि कई ऐसे मामले हैं जिनमें एचआइवी संक्रमित व्यक्ति आम लोगों की तरह जिंदगी जी रहा है. पिछले दिनों नवगछिया उपकारा में एक बंदी अक्सर बीमार रहता था. धीरे-धीरे वह गंभीर रूप से बीमार हो गया, तो उसे नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में शिफ्ट किया गया. यहां पता चला कि बंदी एड्स रोगी है. बंदी ने बताया कि करीब 10 साल से उसे पता है कि वह एचआइवी संक्रमित है, लेकिन फजीहत होने के डर से किसी से इस बारे में वह बता नहीं रहा था. बहुत देर हो चुकी थी. बंदी को नवगछिया से भागलपुर रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गयी.
नवगछिया के स्थानीय युवक व भाजपा के जिला मंत्री मुकेश राणा, गोपालपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, खरीक प्रखंड के जदयू अध्यक्ष पप्पू यादव, बिहपुर के भाजपा नेता आलोक कुमार झा, तौफिक आलम, भाजपा नेता राजेश मणि आदि ने सरकार से नवगछिया अनुमंडल के हर प्रखंड में एचआइवी जांच के लिए केंद्र खोलने की मांग की है.