प्रतिनिधि, औरंगाबाद ग्रामीण. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहे माइनर ओटी को रविवार को दूसरी जगह (मेल वार्ड में) शिफ्ट करा दिया गया. इससे मरीजों को सुविधा तो होगी, लेकिन डॉक्टरों का त्वरित इलाज नहीं मिल पायेगा. इसका मुख्य कारण माइनर ओटी से डॉक्टरों का कक्ष दूर होना है. वैसे मेल वार्ड में शिफ्ट होते ही माइनर ओटी में कर्मी कार्य भी करने लगे. रविवार को जिस समय माइनर ओटी को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा था, उसी समय अचानक एक मरीज आया और नए माइनर ओटी में इलाज कराने गया. हालांकि इस दौरान ओटी को शिफ्ट ही किया जा रहा था. इसके बावजूद भी कर्मियों ने मरीज का इलाज किया. इलाज के बाद मरीज डॉक्टर के पास इलाज कराने गया. जैसे ही डॉक्टर ने देखा कि मरीज का इलाज हो चुका है, तो उन्होंने नाराजगी जतायीई. इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों से इसका कारण पूछा. कर्मियों ने बताया कि मरीज हंगामा करने लगा तो उसे टाका लगा दिया गया. सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कांत निराला ने बताया कि इसको लेकर पूर्व में ही किसी ने सूचना दी थी कि सदर अस्पताल के प्रवेश द्वार पर जहां एंबुलेंस दुर्घटना में घायल होकर मरीज को लाया जाता है, वहां से माइनर ओटी की दूरी काफी है और दूर होने के कारण मरीज एवं उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी समस्या के निदान के आलोक में माइनर ओटी को मेल वार्ड में शिफ्ट किया गया है. यह ओटी जहां एंबुलेंस खड़ी होती है, वहीं है. ऐसी स्थिति में अब महज दो से तीन कदम पर ही दुर्घटना में घायल होकर आए मरीज का शीघ्र इलाज हो जायेगा और उनके परिजनों को परेशानी से मुक्ति मिलेगी.
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