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शादी के महज 56 दिन बाद महिला की हत्या

औरंगाबाद : औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र के बक्सी बिगहा गांव में दहेजलोभियों ने शादी के महज 56 दिनों बाद ही हेमा कुमारी नामक विवाहिता की बेरहमी से पीट-पीट कर व गला दबा कर हत्या कर दी. घटना गुरुवार की रात की है. इस मामले में विवाहिता के भाई व गया जिले के कोच […]

औरंगाबाद : औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र के बक्सी बिगहा गांव में दहेजलोभियों ने शादी के महज 56 दिनों बाद ही हेमा कुमारी नामक विवाहिता की बेरहमी से पीट-पीट कर व गला दबा कर हत्या कर दी. घटना गुरुवार की रात की है. इस मामले में विवाहिता के भाई व गया जिले के कोच थाना क्षेत्र के ददरेजी गांव निवासी नंदकिशोर सिंह के पुत्र राजा कुमार ने कासमा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसमें पति सनिश कुमार, ससुर नंदकिशोर सिंह, सास प्रमिला देवी, भैसूर मनीष सिंह, भाभी प्रियंका देवी, देवर पंकज कुमार को आरोपित बनाया है.

मृतका के भाई ने पुलिस को दिये बयान में स्पष्ट तौर पर कहा है कि शादी के बाद से ही ससुरालवाले एक चारपहिया गाड़ी दहेज के रूप में मांग कर रहे थे और उसके लिए हेमा को लगातार प्रताड़ित कर रहे थे. घटना से संबंधित मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की देर शाम तक हेमा की अपने मायकेवालों से बातचीत हुई थी. शुक्रवार की सुबह गांव के ही किसी व्यक्ति ने मृतका के मायके फोन कर हेमा की हत्या की सूचना दी.
जब परिजन बक्सी बिगहा गांव पहुंचे, तो घर के आंगन में हेमा का शव पड़ा हुआ था और ससुरालवाले घर छोड़ कर फरार थे. तुरंत घटना की जानकारी परिजनों ने कासमा पुलिस को दी. पुलिस पहुंची और शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद भेज दिया. कासमा थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतका के भाई के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
पति, ससुर, सास, भैसुर, भाभी व देवर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
कासमा थाना क्षेत्र के बक्सी बिगहा गांव में हेमा कुमारी की मौत ने समाज सुधार का दावा करने वाले समाजसेवी नकाबपोश चेहरे को भी उजागर किया है, जो बार-बार यह दलील देते हैं कि वे समाज में बदलाव ला रहे हैं. जिस हेमा की हत्या ससुराल वालों ने दहेज के लिए की उस हेमा की शादी इसी वर्ष 25 अप्रैल को बक्सी बिगहा गांव के सनिश कुमार के साथ हुई थी.
हेमा के पिता योगेंद्र सिंह बेटी के खुशहाल जीवन के लिए दामाद को पांच लाख रुपये नकद तिलक के रूप में और चार लाख रुपये के सामान उपहार के तौर पर दिया था. शादी के महज पांच दिन बाद से ही हेमा को ससुराल वाले एक चारपहिया वाहन के लिए प्रताड़ित करने लगे. प्रताड़ना का शिकार होते हुए भी वह चुप रही. जब पानी सिर से ऊपर पहुंच गया तब उसने अपने ससुराल वालों को प्रताड़ना की बात बताई.
अभी मायके में वाहन देने का मंथन ही चल रहा था कि ददरेजी गांव में सूचना पहुंची की है हेमा की हत्या कर दी गयी. इधर, घटना के बाद ददरेजी गांव में मातम का माहौल कायम हो गया पोस्टमार्टम के बाद शव जैसे ही गांव पहुंची वैसे ही चीत्कार दौड़ पड़ी. पिता योगेंद्र सिंह, मां सीता देवी,भाई सिकंदर कुमार,राजा कुमार, चाचा बीरेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह,नागेन्द्र सिंह,जितेंद्र सिंह दहाड़ मार कर रो पड़े.
मां सीता देवी बस एक ही रट लगा रही थी कि अभी तो हेमा की मेहंदी की रंग भी नहीं छुट्टी थी. बेटी का शव देख मां कभी बेहोश हो जाती तो कभी पागलों की तरह दौड़ते हुए अपने किस्मत को कोसती. गांव के लोगों ने किसी तरह बिलखते परिजन को संभाला और फिर दाह संस्कार की कार्रवाई पूरी की.

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