लुसाने : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से बिना किसी विलंब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को नियुक्त करने को कहा है. आईओसी ने इसके साथ ही 140वें सत्र के इस साल मुंबई में आयोजित होने की पुष्टि की. आईओसी ने बुधवार रात यहां अपने कार्यकारी बोर्ड की बैठक के दौरान औपचारिक रूप से आईओए चुनावों के परिणामों को स्वीकार किया.
बयान में कही यह बात
आईओसी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कार्यकारी बोर्ड ने इस बात का संज्ञान लिया है कि छह दिसंबर 2022 को एनओसी (राष्ट्रीय ओलंपिक समिति) चुनाव सफलतापूर्वक हुए और एक नया अध्यक्ष चुना गया. आईओसी ने औपचारिक रूप से चुनावों के परिणामों को स्वीकार किया और यह भी पुष्टि की कि 2023 आईओसी सत्र का आयोजन मुंबई में होगा. बयान में कहा गया कि एनओसी ने हालांकि अभी तक संविधान के अनुसार नये सीईओ/महासचिव की नियुक्ति नहीं की है.
सीईओ महासचिव के कामों को देखेगा
आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने बिना किसी और देरी के नियुक्ति प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए भारत के एनओसी से आग्रह किया. सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति ने आईओए का संविधान तैयार किया था जिसका अनुमोदन आईओसी ने किया था. इस संविधान के मुताबिक आईओए को कार्यकारी परिषद के गठन के बाद एक महीने के अंदर सीईओ को नियुक्त करना था. सीईओ महासचिव के कार्यों की जिम्मेदारी संभालेगा.
पीटी उषा के नेतृत्व में बनी थी नयी परिषद
पीटी उषा के नेतृत्व में आईओए की नयी परिषद ने 10 दिसंबर को कार्यभार संभाला था, लेकिन आज तक सीईओ नियुक्त नहीं किया गया है. आईओए के संयुक्त सचिव और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे सीईओ के कार्यों का निर्वहन करते रहे हैं. सीईओ मतदान के अधिकार के बिना कार्यकारी परिषद का पदेन सदस्य होगा. आईओसी के 140वें सत्र का आयोजन 15, 16 और 17 अक्टूबर को मुंबई के ‘जियो वर्ल्ड सेंटर’ में होगा.