नयी दिल्ली : टी-20 के दौर में क्या आज ऐसा संभव है कि किसी बल्लेबाज के बल्ले से एक भी छक्का नहीं निकला हो. क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट ने खेल का स्वरूप ही बदल कर रख दिया है. टी-20 का ही देन है कि आज टेस्ट क्रिकेट में भी ताबड़तोड़ रन बन रहे हैं. पिछली बार हार्दिक पांड्या ने ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 82 गेंद पर ही शतक ठोक दिया था.
बहरहाल भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक ऐसा बल्लेबाज भी रहा है कि जिसने अपने कैरियर में एक भी छक्का नहीं जमाया था. लेकिन भले ही उसने एक भी छक्का नहीं लगाया हो पर आज भी उसे बड़े सम्मान से याद किया जाता है. जी हां यहां बात हो रही है विजय मांजरेकर की. विजय मांजरेकर भारतीय क्रिकेट के एक ऐसे ही क्रिकेटर हैं जिसने अपने कैरियर में एक भी छक्का नहीं लगाया.
26 सितंबर 1931 को जन्मे विजय मांजरेकर ने टीम इंडिया के लिए 55 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उनहोंने 7 शतक और 15 अर्धशतक की मदद से 3208 रन बनाये हैं. जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 189 रहा है. इस महान खिलाड़ी ने भारत की ओर से पहला टेस्ट मैच 30 दिसंबर 1951 को खेला था और आखिरी बार न्यूजीलैंड के खिलाफ चेन्नई में 1965 में टेस्ट मैच खेला था. आज इस महान खिलाड़ी का जन्मदिन है.
जन्मदिन पर उन्हें याद करते हुए आपको बताते हैं कि इस महान खिलाड़ी को एक खास तरह की कला के लिए जाना जाता था. विजय गेंद को लेट खेलने की कला की वजह से बेहतरीन कट शॉट खेलते थे. वो घुमावदार पिच पर भी स्पिनर्स के खिलाफ कट शॉट खेलने से नहीं घबराते थे. खराब सेहत की वजह से टेस्ट क्रिकेट को जल्द अलविदा कहने वाले विजय ने अपने आखिरी टेस्ट मैच में शानदार नाबाद शतक जमाया था.
* विजय मांजरेकर के पुत्र हैं क्रिकेटर संजय मांजरेकर, टेस्ट में जमाया एक मात्र छक्का
विजय मांजरेकर के पुत्र संजय मांजरेकर भी टीम इंडिया के लिए काफी मैच खेले हैं. संजय मांजरेकर क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इस समय कमेंट्री कर रहे हैं. संजय मांजरेकर ने टीम इंडिया के लिए 37 टेस्ट और 74 वनडे मैच खेले हैं. 37 टेस्ट में संजय ने 4 शतक और 9 अर्धशतक की मदद से 2043 रन बनाये और 74 वनडे में 1 शतक और 15 अर्धशतक की मदद से 1994 रन बनाये. सबसे मजेदार बात है कि संजय मांजरेकर ने भी टेस्ट क्रिकेट में एक मात्र छक्का जमाया है. वनडे में उन्होंने 10 छक्का जमाया है.
प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरी