नयी दिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने रविवार को शानदार खेल का नजारा पेश किया और भारत पर जोरदार जीत दर्ज की. पाक टीम ने भारत को 180 रन हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया.
कल के मैच में पाकिस्तान की टीम ने शुरू से ही चैंपियन टीम की तरह खेल दिखाया, वहीं भारतीय टीम ने खेल के सभी विभाग में निराश किया. आइये जानते हैं टीम इंडिया की हार के लिए कौन-कौन से कारण हो सकते हैं.
1. खराब गेंदबाजी हार के लिए बड़ी वजह
टीम इंडिया की हार के लिए खराब गेंदबाजी सबसे बड़ी वजह बनी. भारतीय गेंदबाजों ने कल के मैच में खराब गेंदबाजी की. कप्तान विराट कोहली ने कल 6 गेंदबाजों को पाकिस्तानी बल्लेबाजी के खिलाफ उतारा लेकिन भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या को छोड़कर किसी भी गेंदबाज ने अपना प्रभाव नहीं छोड़ा.
सभी गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाये और अतिरिक्त रन भी दिये. भारतीय गेंदबाजों ने कल के मैच में 25 अतिरिक्त रन दिये, जिसमें 9 रन लेगबाइ में, 13 वाइड और 3 नोबॉल फेंके. बुमराह की नॉबोल पर पाकिस्तान के शतकवीर फखर जमान को जीवन दान मिला और उन्होंने 114 रन ठोक डोले और भारत को हराने में बड़ी भूमिका निभायी.
2. ढह गयी विश्व की नंबर एक बैटिंग लाइनअप
टीम इंडिया को विश्व की सबसे मजबूत बैटिंग लाइनअप वाली टीम मानी जाती है. शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धौनी जैसे चोटी के बल्लेबाज से सजी टीम इंडिया की हालत कल पाकिस्तान के खिलाफ इतनी खराब होती ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं था. पाकिस्तानी गेंदबाज के सामने भारतीय बल्लेबाजों की हवा निकल गयी. ताश के पत्तों की तरह भारतीय बल्लेबाजी ढह गयी. हार्दिक पांड्या को छोड़ दिया जाए तो किसी भी भारतीय बल्लेबाज ने अपना काम सही से नहीं किया. सभी ने लापरवाही के साथ बल्लेबाजी की और अपना विकेट पाकिस्तान गेंदबाज की झोली में डाल दिया. नतीजा हुआ की पूरी भारतीय टीम 30 ओवर और 3 गेंद पर 158 रन पर आउट हो गयी.
3. धौनी और युवराज ने चमक खोयी
चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले महेंद्र सिंह धौनी और युवराज सिंह को टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का माना जा रहा था. ऐसा माना जा रहा था कि टीम इंडिया को इन दोनों अनुभवी खिलाड़ी का जरूर लाभ मिलेगा. लेकिन कल के मैच में दोनों ने निराश किया. युवराज सिंह ने थोड़ी बहुत हाथ दिखाया और चार चौके भी लगाये, लेकिन 22 रन बनाकर पवेलियन का रास्ता पकड़ लिया. उसी तरह धौनी भी बड़े शॉट की तलाश में अपना विकेट सस्ते में दे दिया.
4. जडेजा ने पांड्या को रन आउट कराया, खेल भावना की दिखी कमी
कल के मैच में रवींद्र जडेजा की एक गलती भी टीम इंडिया के लिए भारी पड़ गयी. जडेजा और हार्दिक पांड्या अच्छा खेल रहे थे. दोनों के बीच साझेदारी भी बढ़ रही थी. ऐसा लग रहा था कि दोनों मिलकर भारत को ट्रॉफी दिलाकर रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जडेजा की बढ़ी गलती ने पांड्या को रन आउट करा दिया. जडेजा ने पांड्या को गलत रन के लिए कॉल किया, पांड्या भी तेजी से भागे और जडेजा के एंड पर पहुंच गये्. लेकिन जडेजा रन के दौड़े पर आधे के बाद वापस अपनी क्रिच पर लौट आये और इस तरह पांड्या रन आउट हो गये. जबकि वहां पर जडेजा को खेल भावना का परिचय देते हुए पांड्या को सुरक्षित रखते हुए खुद का विकेट दे देना चाहिए था.
5. कोहली की खराब कप्तानी
पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली के लिए बड़ा मौका था अपनी कप्तानी को साबित करने का, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कल के मैच में विराट कोहली की कप्तानी औसत रही. सबसे पहले तो उन्होंने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया, जो कि एक गलत फैसला साबित हुआ और पाकिस्तानी टीम पहले खेलते हुए 338 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. रन का पीछा करते हुए पूरी भारतीय टीम 158 रन पर ऑलआउट हो गयी.
कोहली ने गेंबदाजी चुनाव में भी खराब फैसला लिया. आर अश्विन की जमकर धुलाई हो रही थी, लेकिन गेंद उन्हीं को सौंपा जा रहा था. कोहली ने अश्विन से पूरे 10 ओवर फेंकवाये. जबकि युवराज सिंह जैसे पार्टटाइम गेंदबाज को एक ओवर भी नहीं दिया. इसके अलावा कई और फैसले भी कोहली के काफी चौंकाने वाले रहे.
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