Mangal Margi 2025: ग्रह शास्त्रों के अनुसार में मंगल ग्रह को सेनापति और भूमिपुत्र का दर्जा प्राप्त है. वहीं कालपुरुष की कुंडली में मंगल को मेष और वृश्चिक राशि का गुरु कहा जाता है.क्योंकि मंगल ग्रह एक अग्नि तत्व की राशि है और इसमें अत्याधिक तेज ऊर्जा होती है.वहीं मंगल युद्ध, साहस, पराक्रम,धैर्य और रक्त का कारक गुरु ग्रह माना जाता है.साथ ही जातक की कुंडली में मंगल का असर रहने से व्यक्ति अधिक साहसी प्रभाव और पराक्रमी स्वभाव का हो जाता है.वहीं कहते है कि मंगलदेव करीब 80 दिनों के बाद 24 फरवरी 2025 को प्रात 05 बजकर 17 मिनट पर मिथुन राशि में मार्गी करने जा रहे हैं.साथ ही मंगल ग्रह 21 जनवरी 2025 को मिथुन राशि में वक्री ग्रह अवस्था में स्थिति थे.
मंगल वक्री ग्रह होने से इन से जुड़े जातकों के जीवन में कुछ मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता हैं,लेकिन वहीं अब मंगल ग्रह के मार्गी होने से इसके प्रभाव के कारण परिवर्तन देखने को मिल सकता है.मंगल के मार्गी होने पर कुछ राशि वालों जातकों को अच्छा प्रभाव पड़ने वाला हैं.
जानें किन राशियों पर पड़ेगा मंगल मार्गी, का प्रभाव
1.मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगलग्रह छठे और बारहवें भाव के गरू माने जाते हैं. साथ ही मंगल का मिथुन राशि के मार्गी में होने से यह आपके लग्न के भाव में होगा.वही ऐसे में आपके भीतर आत्मविश्वास और तेज ऊर्जा का संचार का प्रवाहित होगा.अगर आपके भीतर हिम्मत,बल और मेहनत का भाव रहेगा.लेकिन वहीं व्यवसाय करने वाले लोगों को उनके निवेश में काफी अच्छा खासा लाभ होने के योग बनेंगे.इस राशि के लोगों को भूमि-भवन और धन-संपत्ति से संबंधित वृद्धि होने की संभावना है लेकिन वहीं अपने क्रोध पर काबू अवश्य रखें.
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2.तुला राशि
अगर आप तुला राशि वालों जातक है तो, आपके लिए मंगल ग्रह का मार्गी भाग्यशाली भविष्य का निर्माण होगा.साथ ही आपका भाग्य हमेशा आपका जीवन भर साथ देगा. आप अपने रोजी-रोजगार की जिंदगी में उन्नति के मार्ग पर चलेंगे और वहीं छात्रों के लिए सफलता के अच्छे पद प्राप्त होगा. वहीं आप अंतरराष्ट्रीय यात्रा के योग बन सकते हैं.धर्म-कर्म और श्रद्धा में बढ़ चढ़ के भाग लें.
3.सिंह राशि
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार सिंह राशि के साधकों को मंगल नवम और चतुर्थ भाव के गरू और योग के कारक मानें जाते हैं.साथ ही यह आपके एकादश भाव में मार्गी होगे.ऐसी मान्यता है की इस समय अवधि में आपकी सभी मनवांछित इच्छा पूर्ण होती है.साथ ही भौतिक सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी और धन निवेश में लाभ के अवसरों में वृद्धि प्राप्त होगा.वहीं शत्रुओं पर विजय हासिल होगा.
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