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Magha Purnima 2023: कब है माघ पूर्णिमा, जानें इस दिन का महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

जैसा कि नाम से पता चलता है, माघ पूर्णिमा, माघ के हिंदू महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार फरवरी या जनवरी के महीने में पड़ता है.

Magha Purnima 2023: जैसा कि नाम से पता चलता है, माघ पूर्णिमा, माघ के हिंदू महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार फरवरी या जनवरी के महीने में पड़ता है. इस विशेष दिन पर भक्त चंद्रमा की पूजा करते हैं. माघ का महीना हिंदू शास्त्रों के अनुसार दान और अन्य दान-पुण्य के लिए सबसे शुभ, भाग्यशाली और महत्वपूर्ण महीना है. माघ पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर भक्त उपवास करते हैं और पवित्र स्नान के बाद पूजा करते हैं. इस दौरान भगवान विष्णु की प्रार्थना करते हैं. माघ पूर्णिमा देश भर में ‘महा माघी’ और ‘माघी पूर्णिमा’ जैसे कई अन्य लोकप्रिय नामों से मनाई जाती है.

माघ पूर्णिमा का क्या महत्व है?

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, माघ पूर्णिमा विभिन्न आध्यात्मिक और धार्मिक कृत्यों और अनुष्ठानों को करने के लिए एक पवित्र दिन है. इस समय की अवधि में लोकप्रिय ‘माघ मेला’ और ‘कुंभ मेला’ भी आयोजित किया जाता है, जहां देश भर से सैकड़ों हजारों भक्त अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं. तमिलनाडु के क्षेत्रों में माघ पूर्णिमा के दिन फ्लोट फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है.

माघ पूर्णिमा के अनुष्ठान क्या हैं?

  • माघ पूर्णिमा के दिन किया जाने वाला पहला और सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान जल्दी उठना और सूर्योदय के समय पवित्र नदी में पवित्र स्नान करना है.

  • पवित्र डुबकी लगाने के बाद, भक्तों को अपने इष्ट देवता की पूजा करने के साथ-साथ भगवान विष्णु और भगवान हनुमान की पूजा और अर्चना करनी होती है.

  • भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और ‘सत्यनारायण’ व्रत रखते हैं. उन्हें ‘सत्यनारायण कथा’ का पाठ करना और देवता को चढ़ाया जाने वाला पवित्र भोजन बनाना आवश्यक है. सत्यनारायण पूजा भी की जाती है जहां भगवान विष्णु को फल, सुपारी, केले के पत्ते, मोली, तिल, अगरबत्ती और चंदन का पेस्ट चढ़ाया जाता है और विभिन्न मंदिरों में विशेष व्यवस्था की जाती है.

  • शाम को अनुष्ठान के एक भाग के रूप में चंद्रमा भगवान को ‘अर्घ्य’ देने का धार्मिक अभ्यास किया जाता है.

  • इस दिन भगवद गीता और रामायण का पाठ करना एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है.

  • लोग माघ पूर्णिमा के इस विशेष दिन पर कई दान और दान कार्य भी करते हैं जहां जरूरतमंद लोगों को ‘अन्न दान’ के महत्वपूर्ण भाग के रूप में भोजन, कपड़े, पैसे और अन्य आवश्यक चीजें प्रदान की जाती हैं। माघ मास में तिल दान करना सबसे शुभ चीजों में से एक है.

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माघ पूर्णिमा पर महत्वपूर्ण समय

सूर्योदय फरवरी 05, 2023 7:09 पूर्वाह्न

सूर्यास्त फरवरी 05, 2023 6:12 अपराह्न

पूर्णिमा तिथि प्रारंभ फरवरी 04, 2023 रात 9:30 बजे

पूर्णिमा तिथि समाप्त फरवरी 05, 2023 को रात 11:58 बजे

माघ पूर्णिमा पर बनने वाले शुभ योग (Magh Purnima 2023 Shubh Yog)

  • सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 07 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक

  • रवि पुष्य योग- सुबह 07 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक

  • विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजक 24 मिनट से 03 बजकर 08 मिनट तक

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